CHANDIGARH: टैक्स चोरी करने वालों पर बड़ी कार्यवाही दर्ज करते हुये पंजाब जीएसटी विभाग, लुधियाना की विशेष जांच टीम द्वारा फ़र्ज़ी /ग़ैर-मौजूद कंपनी दिखा कर वस्तु (रेडिमेड गारमैंटज़) की असली खऱीद किये बिना जाली बिल तैयार करके कथित तौर पर टैक्स की चोरी और धोखाधड़ी करने वालों पर छापेमारी की गई। जिसके अंतर्गत टैक्स में धोखाधड़ी करने वाले 3 व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया गया।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये आज यहाँ जीएसटी विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि टीम की तरफ से 4 कारोबारी स्थानों पर जांच और जब्ती करने सम्बन्धी कार्यवाही की गई जिससे माल की असली रसीद के बिना जाली बिल तैयार करने के मूल ढंग-तरीकों सम्बन्धी सबूत जुटाए जा सकें। लाभपात्रियों (दोषी) तक धोखाधड़ी वाली आई.टी.सी. पहुँचाने के लिए पाँच विभिन्न राज्यों में अलग-अलग व्यक्तियों जैसे वेटर, आटो -रिक्शा चालक, दैनिक वेतन भोगी आदि के नाम पर जाली पहचान पत्र का प्रयोग करते हुये इस धाँधली को अंजाम दिया गया।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि दोषियों द्वारा निर्यात के उद्देश्य के लिए नकली रसीदों के द्वारा तैयार की जाली आई.टी.सी. का प्रयोग किया गया था, जिसके आई.जी.एस.टी. भुगतान किये गए थे और बाद में कस्टम आधिकारियों की तरफ से रिफंड लेने का दावा भी किया गया। जांच में यह बात सामने आई है कि ग़ैर-मौजूद कंपनियों की जाली रसीदें तैयार करने के लिए जाली बिल्लिंग नैटवर्क का प्रयोग किया गया था। जिसके निष्कर्ष के तौर पर 30 करोड़ से अधिक की कुल आई.टी.सी. के द्वारा घपला किया जा रहा था और इन 3 मुलजिमों ने इस धाँधली में लगभग 23 करोड़ रुपए का घपला किया था। दोषियों को जीएसटी कानूनों की धाराओं के अंतर्गत गिरफ़्तार किया गया है और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अन्य लाभपात्रियों के खि़लाफ़ भी कार्यवाही आरंभ की जा रही है और अगली जांच जारी है।