CHANDIGARH, 13 JULY: राज्य के विद्यार्थियों को ऑनलाइन सुविधाएं मुहैया करवाने के मुख्यमंत्री भगवंत मान के सपने को साकार करने के लिए एक नवीन पहल करते हुए पंजाब सरकार द्वारा आज पंजाब, पंजाबी और गुरू नानक देव यूनिवर्सिटियों से सम्बन्धित राज्य के सरकारी कॉलेजों में दाखि़लों के लिए केंद्रीकृत दाखि़ला पोर्टल शुरू किया गया है।
यहाँ महात्मा गाँधी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (मगसीपा) में पोर्टल लाँन्च करते हुए उच्च शिक्षा एवं भाषाओं संबंधी मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि राज्य सरकार नौजवानों को शिक्षा और पढ़ाई से सम्बन्धित सभी नवीनतम ऑनलाइन सेवाएं मुहैया करवाना सुनिश्चित बनाने के लिए तेज़ी से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्रीकृत राज्य दाखि़ला पोर्टल को उच्च शिक्षा विभाग (डीएचई), पंजाब के सहयोग के साथ प्रशासनिक सुधार विभाग (डीओजीआर) द्वारा विकसित किया गया है और इससे दाखि़ला प्रक्रिया में पारदर्शिता और विद्यार्थियों के लिए सुविधा को सुनिश्चित बनाया जा सकेगा। उन्होंने आगे कहा कि निकट भविष्य में ऐसी और पहलें भी शुरू की जाएंगी।
मंत्री ने आगे कहा कि उच्च शिक्षा विभाग के सहयोग से प्रशासनिक सुधार विभाग ने मौजूदा सैशन (2022-23) के लिए पोर्टल तैयार किया है। प्रशासनिक सुधार विभाग द्वारा विद्यार्थी से डिजिटल मोड के ज़रिये फ़ीस के भुगतान के लिए पेअगौव इंडिया (पेमैंट गेटवे पार्टनर) के साथ हिस्सेदारी की है।
कॉमन एडमिशन प्लेटफॉर्म उम्मीदवारों के लिए दाखि़ला प्रक्रिया के लिए केंद्रीय हब के तौर पर काम करेगा और विद्यार्थियों को विभिन्न कॉलेजों और कोर्सों में दाखि़ला लेने के लिए केवल एक एप्लीकेशन फॉर्म ही भरना होगा।
जि़क्रयोग्य है कि यह पोर्टल बिना उपस्थित हुए संपर्क रहित दाखि़ला प्रक्रिया को सुनिश्चित बनाएगा। फीस का भुगतान भी ऑनलाइन ही होगा। यह विद्यार्थियों के साथ संचार करना भी आसान बनाएगा, एप्लीकेशन मैनेजर के ज़रिये कॉलेज फॉर्म भरने या ऐतराज़ों को दूर करने या फीस का भुगतान करने सम्बन्धी सीधे ई-मेल या व्यक्तिगत/बल्क एस.एम.एस. या कॉल के द्वारा आवेदनकर्ता के साथ संपर्क कर सकेगा। इससे मेरिट सूची तैयार करने में भी पूरी पारदर्शिता आएगी और विद्यार्थी दाखि़ला प्रक्रिया को पारदर्शी ढंग से ऑनलाइन देख सकेंगे।
इस मौके पर अन्यों के अलावा डीपीआई कॉलेजों पंजाब राजीव कुमार गुप्ता, जरनल मैनेजर प्रशासनिक सुधार विनेश गौतम और उच्च शिक्षा डायरैक्टोरेट के अतिरिक्त डायरैक्टर डॉ. अश्वनी भल्ला, डॉ. परमिन्दर सिंह, डॉ. हरलीन बेदी, डॉ. जसविन्दर कौर और डॉ. गुरदर्शन बराड़ उपस्थित थे।