राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम नंबर 0172-2217083 की निगरानी कर रहे हैं ज्वाइंट डायरैक्टर पशु पालन
CHANDIGARH, 30 JULY: मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान द्वारा पिछले दिनों बारिश से प्रभावित इलाकों का दौरा करने के उपरांत पशु पालन, मछली पालन और डेयरी विकास मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर की हिदायतों पर राज्य में बाढ़ के संभावित ख़तरे के मद्देनजऱ पशु धन की सुरक्षा और संभाल के लिए राज्य और जि़ला स्तरीय कंट्रोल रूम स्थापित किये गए हैं।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये कैबिनेट मंत्री स. भुल्लर ने बताया कि बाढ़ सम्बन्धी राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम का नंबर 0172-2217083 सप्ताह के सातों दिन सुबह 9:00 बजे से रात 9:00 बजे तक कार्यशील है।
उन्होंने कहा कि कंट्रोल रूम की प्रत्यक्ष निगरानी के लिए ज्वाइंट डायरैक्टर पशु पालन (विकास एवं योजना) को पाबंद किया गया है। इस तरह जि़ला स्तर पर भी एक-एक कंट्रोल रूम डिप्टी डायरैक्टर पशु पालन के नेतृत्व में स्थापित किया गया है। जि़लों के डिप्टी कमिशनरों और संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों को हिदायत की गई है कि जि़ला स्तरीय कंट्रोल रूम की जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचायी जाये और संभावित बाढ़ सम्बन्धी हर स्थिति पर कड़ी नजऱ रखी जाये।
पशु पालन मंत्री ने लोगों से अपील की कि संभावित बाढ़ के दौरान पशुओं में किसी बीमारी के फैलने संबंधी जानकारी देने के लिए ज्वाइंट डायरैक्टर उत्तर क्षेत्रीय रोग निवारण लैबोरेट्री (एन.आर.डी.डी.एल) जालंधर में स्थापित किये गए कंट्रोल रूम के नंबर 0181-2242335 पर संपर्क कर सकते हैं। स. लालजीत सिंह भुल्लर ने विभाग के प्रमुख सचिव विकास प्रताप और डायरैक्टर डॉ. सुभाष चंद्र के साथ मीटिंग के दौरान कहा कि विभाग द्वारा पशुओं को गल-घोटू रोग से बचाने के लिए शुरू की गई एच.एस. वैक्सीन टीकाकरण मुहिम को तेज़ी से पूरा किया जाये।
प्रमुख सचिव विकास प्रताप ने कैबिनेट मंत्री को बताया कि सीनियर वैटरनरी अधिकारियों के नेतृत्व में तहसील स्तरीय टीमें गठित की गई हैं और तहसील स्तर के अस्पतालों में ज़रूरी दवाओं का प्रबंध कर लिया गया है। इसके अलावा अधिकारियों को ज़रूरत पडऩे पर वैटरनरी मेडिकल स्टोर जालंधर से दवाएँ तुरंत मंगवाने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि संभावित बाढ़ के क्षेत्रों में पशुओं के लिए हरे चारे और खुराक की उपलब्धता की आगामी निशानदेही की गई है ताकि ज़रूरत पडऩे पर पशुओं को अपेक्षित खुराक मुहैया करवाई जा सके। सरकारी गाडिय़ां/मोबाइल सेना बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं और विभागीय स्टाफ को उच्च अधिकारियों की मंज़ूरी के बिना हैडक्वाटर ना छोडऩे और जि़ला अधिकारियों को मुश्किल के समय तुरंत मुख्य दफ्तर के साथ तालमेल करने के निर्देश दिए गए हैं। इसी तरह विभाग के अधिकारी निष्काम सेवा समितियों/ग़ैर-सरकारी संगठनों और समाज सेवी संस्थाओं के साथ निरंतर तालमेल रख रहे हैं जिससे वह संभावित बाढ़ की स्थिति में बतौर वालंटियर विभाग के साथ काम कर सकें।