राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने महाराजा रणजीत सिंह पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में डिग्रियां बांटीं
CHANDIGARH, 9 APRIL: पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज महाराजा रणजीत सिंह पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय (एम.आर.एस.पी.टी.यू.) के पहले दीक्षांत समारोह के दौरान विद्यार्थियों को डिग्रियाँ बाँटी।
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने इस प्रतिष्ठित संस्था से डिग्रियाँ प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार रोजग़ार के नए अवसर पैदा कर राज्य से प्रतिभाशाली युवाओं के विदेशों में पलायन को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे पंजाब के युवाओं को अपने सपनों को साकार करने के लिए विदेशों में जाने की ज़रूरत न पड़े। उन्होंने आगे कहा कि हम ऐसा माहौल सृजन करेंगे कि विदेशों से लोग काम करने के लिए पंजाब आऐंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह तकनीकी शिक्षा का युग है, इसलिए मौजूदा शिक्षा को रोजग़ार के उपलब्ध अवसरों के साथ तालमेल बिठाने की ज़रूरत है। पंजाब में ही रोजग़ार मुहैया करवाने के लिए राज्य में उद्योग के अनुकूल माहौल सृजन करने के लिए कुछ समय देने की माँग करते हुए उन्होंने युवाओं को अपनी मातृभूमि की सेवा करने की अपील की।
.भगवंत मान ने अभिभावकों से भी अपील की कि वह अपने बच्चों ख़ासकर लड़कियों को अपनी पसंद के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने की स्वतंत्रता दें। उन्होंने कहा कि अभिभावकों को चाहिए कि वह अपने बच्चों को उन पर निर्भर होने की बजाय स्वयं को साबित करने के लिए खुला माहौल प्रदान करें, जिससे उनके कौशल को मज़बूती मिल सके।
पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रौद्योगिकीविद समस्या का समाधान करने वाले होते हैं, जो मुश्किल चुनौतियों का सामना करने के लिए सरल, बेहतर और किफ़ायती तरीके तलाशते हैं और महाराजा रणजीत सिंह पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान इन चुनौतियों को पूरा करने के लिए प्रौद्योगिकीविदों को तैयार करते हैं।
उन्होंने युवा प्रौद्योगिकीविदों को न्योता दिया कि वह रोजग़ार के अवसर ढूँढने की बजाय रोजग़ार सृजन करने वाले बनें। स्टार्ट-अप्ज़ और उद्यमियों के ज़रिये वह उद्यम खड़े कर सकते हैं, जो देश, समाज और लोगों के लिए आमदनी का साधन बनेंगे। उन्होंने एम.आर.एस.पी.टी.यू को अपने सम्बन्धित कॉलेजों में उद्यमिता और नवाचार के लिए रचनात्मक माहौल सृजन करने का न्योता दिया और नवाचार और इनक्यूबेशन सैंटरों की स्थापना की उम्मीद जताई।
इससे पहले पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने तीन प्रसिद्ध शख़्िसयतों को विभिन्न क्षेत्रों में दिए गए योगदान के लिए ऑनरेरी डॉक्टरेट की डिग्रियाँ प्रदान की, जिनमें सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. एस.पी.एस. ओबराए, उद्योगपति राजिन्दर गुप्ता और इसरो के पूर्व चेयरमैन डॉ. राधा कृष्णन (डायरैक्टर आई.आई.टी. रोपड़ डॉ. राजीव आहूजा द्वारा डिग्री प्राप्त की गई) शामिल हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने यूनिवर्सिटी के पोस्ट ग्रैजुएट विद्यार्थियों को डिग्रियाँ और स्वर्ण पदक प्रदान किए, जबकि यूनिवर्सिटी के बोर्ड ऑफ स्टडीज़ के चेयरमैन विकास गर्ग ने ग्रैजुएट विद्यार्थियों को डिग्रियाँ बाँटी।
पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एमआरएसपीटीयू द्वारा उन्नत तकनीकों में शुरू किए गए 75 ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्सों का उद्घाटन भी किया।
इस अवसर पर अन्यों के अलावा विधायक जगरूप सिंह गिल, बलजिन्दर कौर, गुरमीत सिंह खुडीयां, गुरप्रीत सिंह बनांवाली, अमित रतन, मास्टर जगसीर सिंह और बलकार सिद्धू, एम.आर.एस.पी.टी.यू. के वाइस चांसलर बूटा सिंह सिद्धू, पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. विजय सिंगला, वाइस चांसलर सैंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ पंजाब प्रो. रघुवेंदरन पी. तिवाड़ी और अन्य उपस्थित थे।