एमएसपी से कम पर फसल बेचने वाले किसानों के नुकसान की भरपाई करने के भी निर्देश
CHANDIGARH, 03 JULY: राज्य भर के मूँगी के काश्तकारों को बड़ी राहत देते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गर्मियों की मूँगी की फ़सल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एम.एस.पी.) पर खरीद की तारीख़ 10 अगस्त तक बढ़ा दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे पहले राज्य में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूँगी की फ़सल की ख़रीद 31 जुलाई को ख़त्म होनी थी। उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी फ़सल बेचने की सुविधा देने के लिए राज्य सरकार ने इस ख़रीद सीजन को 10 अगस्त तक बढ़ाने का फ़ैसला किया है। भगवंत मान ने कहा कि जिन किसानों ने अभी तक अपनी फ़सल नहीं बेची, वह अब बढ़ी हुयी तारीख़ तक इसको मंडियों में बेच सकते हैं। उन्होंने कहा कि ख़रीद के लिये राज्य की नोडल एजेंसी मार्कफैड्ड के प्रबंध निर्देशक (एम.डी.) रामवीर को इस सम्बन्धी ज़रुरी निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उनकी सरकार ने मूँगी के दाने के सिंकुड़ने के कारण किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम पर बेची गई मूँगी की फ़सल के लिए 1000 रुपए प्रति क्विंटल तक की राशि देने का फ़ैसला किया है। उन्होंने कहा कि यह राशि उन सभी मूँगी काश्तकारों को भी दी जायेगी, जिन्होंने अपनी फ़सल पहले ही व्यापारियों को बेच दी है। भगवंत मान ने कहा कि वह पहले ही अधिकारियों को हिदायत कर चुके हैं कि सम्बन्धित किसानों को इस राशि की अदायगी की प्रक्रिया को जल्दी से जल्दी यकीनी बनाया जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक राज्य सरकार ने राज्य में 4807 मीट्रिक टन गर्मियों की मूँगी की खरीद की है। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी उपज के लिए 32.23 करोड़ रुपए की अदायगी जारी की गई है, जो कुल अदायगी का 92.15 प्रतिशत बनती है। भगवंत मान ने कहा कि आने वाले दिनों में बाकी अदायगी भी जल्दी ही जारी कर दी जायेगी।
ज़िक्रयोग्य है कि किसानों को फ़सलीय विभिन्नता के लिए उत्साहित करने और उनकी आय में विस्तार करने के लिए मुख्यमंत्री की मिसाली पहलकदमी के अंतर्गत गर्मियों की मूँगी की फ़सल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों से सीधा 7275 रुपए प्रति क्विंटल के अंतर्गत ख़रीद शुरू की थी। इस कदम से किसानों को गेहूँ की कटाई और धान की काश्त के समय के दौरान औसतन प्रति एकड़ पाँच क्विंटल उपज के लिहाज़ से 36 हज़ार रुपए की अतिरिक्त आय होगी। मुख्यमंत्री द्वारा की अपील को सकारात्मक समर्थन देते हुये राज्य के किसानों ने इस साल लगभग एक लाख एकड़ क्षेत्रफल में गर्मियों की मूँगी की बुवाई की है, जबकि पिछले साल यह 50,000 एकड़ क्षेत्रफल में थी।