गिरीश वर्मा और परिवार ने खरीदी जायदादों की सूची का किया खुलासा
CHANDIGARH, 12 OCTOBER: राज्य में भ्रष्टाचार के विरुद्ध चल रही मुहिम के दौरान पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने नगर काऊंसिल, ज़ीरकपुर, एस.ए.एस. नगर में पहले तैनात रहे कार्यकारी अधिकारी ( ई.ओ.) गिरीश वर्मा के विरुद्ध अपने सरकारी पद का दुरुपयोग करके आमदनी के स्रोतों से अधिक जायदाद बनाने के दोष में केस दर्ज किया है। इस मामले में मौजूदा समय ई.ओ. भिहीविंड, अमृतसर में तैनात गिरीश वर्मा को गिरफ़्तार कर लिया गया है और कल अदालत में पेश किया जायेगा। इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि जांच के दौरान ब्यूरो को वर्मा की 10 अलग-अलग जायदादों का पता लगा है, जिनको ई.ओ. द्वारा अपने नाम के अलावा अपनी पत्नी संगीता वर्मा और पुत्र विकास वर्मा के नाम पर खरीदा गया है। इसके अलावा उसने अपने पुत्र के नाम पर दो प्रॉपरटी डिवैल्पर फर्मों में 01 करोड़ 32 लाख रुपए का निवेश भी किया हुआ था। उन्होंने कहा कि विजीलैंस ब्यूरो उन अन्य व्यक्तियों की भूमिका की भी जांच करेगा जिन्होंने गिरीश वर्मा के पारिवारिक सदस्यों के खातों में बड़ी रकमें ट्रांसफर की थीं। उन्होंने आगे कहा कि ब्यूरो द्वारा अगली जांच के दौरान दोषी द्वारा एकत्रित की और गुप्त चल/अचल जायदाद समेत उच्च सरकारी अधिकारियों और कारोबारियों के साथ उसके संबंधों का पता लगाया जायेगा, जिससे दोषी द्वारा उसकी तैनाती के दौरान अलग-अलग स्थानों पर किये निवेशों की जांच की जा सके। और विवरण देते हुए उन्होंने बताया कि विजीलैंस ब्यूरो ने उपरोक्त मुलजिम की चल और अचल जायदादों की जांच के लिए तारीख़ 01- 04-2008 से 31- 03- 2021 तक चैक पीरियड निर्धारित किया और तफ्तीश के दौरान यह सामने आया है कि इस अधिकारी ने उक्त समय के दौरान अपनी आमदन के सभी स्रोतों से 7,95,76,097 रुपए प्राप्त किये और इस समय के दौरान उसने 15,11,15,448 रुपए ख़र्च किये। इस तरह यह पाया गया कि उसने 7,15,39,352 रुपए से अधिक ख़र्च किये, जो कि इसकी आमदन का 89.90 प्रतिशत बनता है और यह धन उसने भ्रष्टाचार के द्वारा इकठ्ठा किया था। इस पड़ताल के आधार पर विजीलैंस ब्यूरो द्वारा भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा 13 (1) (बी), 13 (2) के अंतर्गत विजीलैंस ब्यूरो के थाना एस.ए.एस. नगर में मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि संदिग्ध द्वारा बनाई गई नामी/ बेनामी जायदादों और निवेश किये धन का विवरण नीचे लिखे अनसुार है:
1. उक्त संदिग्ध अधिकारी द्वारा एक शोरूम नंबर 136, सैक्टर 14, अर्बन एस्टेट पंचकुला में खरीदा हुआ है।
2. इस संदिग्ध द्वारा कोठी नंबर 432, सैक्टर 12, अर्बन एस्टेट पंचकुला में खऱीदी हुई है।
3. संदिग्ध द्वारा अपनी पत्नी श्रीमति संगीता वर्मा के नाम पर प्लॉट नंबर 21, डब्ल्यू.डब्ल्यू.आर.डब्ल्यू. सोसायटी, ब्लॉक-बी, गाँव कांसल में खरीदने के लिए बयाना किया हुआ है।
4. संदिग्ध द्वारा अपनी पत्नी संगीता वर्मा के नाम पर और व्यक्तियों के साथ मिलकर मकान नंबर बी- 4, 2047/1, चौड़ा बाज़ार लुधियाना में खरीदा हुआ है।
5. संदिग्ध द्वारा अपनी पत्नी संगीता वर्मा के नाम पर एक कमर्शियल प्लॉट नंबर 14, क्षेत्रफल 150 वर्ग गज यू.एस. एस्टेट ढकोली, जीरकपुर में खरीदा हुआ है।
6. संदिग्ध द्वारा अपनी पत्नी संगीता वर्मा के नाम पर गाँव खुडाल कलाँ में 19 कनाल 16 मरले ज़मीन खऱीदी हुई है।
7. संदिग्ध की पत्नी संगीता वर्मा द्वारा शोरूम नंबर 25, ग्राउंड फ्लोर, सुषमा इम्पीरियल, जीरकपुर में 51 लाख रुपए देकर बुक करवाया हुआ है।
8. इसके लडक़े विकास वर्मा द्वारा 49 लाख रुपए देकर शोरूम नंबर 26, ग्राउंड फ्लोर, सुषमा इम्पीरियल, जीरकपुर में 51 लाख रुपए देकर बुक करवाया हुआ है।
9. संदिग्ध द्वारा अपने लडक़े विकास वर्मा के नाम पर एक कमर्शियल प्लॉट नंबर 16, क्षेत्रफल 142.50 वर्ग गज यू.एस. अस्टेट ढकोली में खरीदा हुआ है।
10. संदिग्ध द्वारा अपने लडक़े विकास वर्मा के नाम पर एक कमर्शियल प्लॉट नंबर 17, क्षेत्रफल 142.50 वर्ग गज यू.एस. एस्टेट ढकोली में खरीदा हुआ है।
11. संदिग्ध के लडक़े विकास वर्मा द्वारा बालाजी इंफ्रा बिल्डटैक फर्म में 56 लाख रुपए की इनवैस्टमैंट की हुई है।
12. बालाजी डिवैल्पर खरड़ में संदिग्ध के लडक़े विकास वर्मा द्वारा 76 लाख रुपए इनवैस्ट किये गए हैं।