CHANDIGARH, 3 FEB: मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब मंत्रीमंडल ने एक बड़ा जन हितैषी फ़ैसला लेते हुये माइनिंग गड्ढे से रेत और बजरी की दरें 5.50 रुपए प्रति क्यूबिक फुट तय कर दी। इस फ़ैसले से मकान बनाने वाले लोगों को बड़ा फ़ायदा होगा। यह फ़ैसला आज यहाँ पंजाब सिवल सचिवालय-1 में मुख्यमंत्री के नेतृत्व अधीन हुई मंत्रीमंडल की मीटिंग में लिया गया।
यह जानकारी देते हुये मुख्यमंत्री दफ़्तर के प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार ने अगस्त 2022 में माइनिंग गड्ढे से रेत और बजरी का भाव 9 रुपए प्रति क्यूबिक फुट तय किया था, जिसमें लोडिंग के खर्चे शामिल थे। हालिया समय के दौरान रेत और बजरी की माँग और सप्लाई में बड़ा फर्क आ गया, जिसके नतीजे के तौर पर भाव बहुत बढ़ गया। मंत्रीमंडल ने राज्य में रेत के स्थानीय स्तर पर उपलब्धता बढ़ाने के लिए टैंडरों की समीक्षा का अधिकार भी डायरैक्टर को दे दिया, जबकि पहले कुछ हालातों के कारण यह अधिकार ख़ारिज किया गया था।
यह करारनामे वास्तव में सिर्फ़ फरवरी-मार्च 2023 तक प्रामाणिक थे और इस तरह इनको सिर्फ़ दो महीनों के लिए बहाल किया जा सकता है, जिस दौरान रेत की सप्लाई बढ़ेगी और इसके साथ ही विभाग नयी टैंडरिंग प्रक्रिया को पूरा करने की कोशिश करेगा। मंत्रीमंडल ने आज रेत और बजरी के उन ट्रांसपोर्टरों से वसूली जाने वाली रॉयलटी और जुर्माने की रकम में विस्तार करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है, जो चैकिंग के समय कोई भी सम्बन्धित दस्तावेज़ पेश करने से असमर्थ हैं। फ़िलहाल इन ट्रांसपोर्टरों से 3.50 रुपए प्रति क्यूबिक फुट के हिसाब से वसूले जा रहे हैं।
मंत्रीमंडल ने यह भी मंज़ूर कर दिया कि यह दर माइनिंग गड्ढे से रेत और बजरी की बिक्री निर्धारित रेत से कम नहीं होगी। रेत और बजरी की माइनिंग गड्ढे सहित 5.50 रुपए प्रति क्यूबिक फुट कर दी गई है, जिस कारण ऐसे ट्रांसपोर्टरों से अब 5.50 रुपए प्रति क्यूबिक फुट से अधिक दर वसूली जायेगी। इससे लोगों को सस्ती दरों पर रेत और बजरी की सप्लाई यकीनी बनेगी।