CHANDIGARH: स्कूल शिक्षा मंत्री पंजाब विजय इंदर सिंगला ने शनिवार को ऐलान करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की मंज़ूरी के बाद राज्य सरकार ने कोविड महामारी के मद्देनजऱ बारहवीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द करने का फ़ैसला किया है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा सी.बी.एस.ई. द्वारा अपनाए जाने वाले फार्मूले के आधार पर ही परिणाम घोषित किया जायेगा।
सिंगला ने कहा कि यह समय की ज़रूरत थी कि इम्तिहानों बारे उपयुक्त फ़ैसला लिया जाये क्योंकि उच्च शिक्षा वाले पाठ्यक्रमों में दाखि़ला लेने के लिए विद्यार्थियों और उनके माता-पिता दोनों बहुत चिंतित थे।
सिंगला ने और ज्यादा जानकारी देते हुए बताया कि साल 2020-21 के शैक्षिक सैशन दौरान 3,08,000 विद्यार्थियों ने पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड अधीन सरकारी, सहायता प्राप्त और प्राईवेट स्कूलों में बारहवीं कक्षा में दाखि़ला लिया था। उन्होंने आगे कहा कि कोरोना वायरस के कारण पेश चुनौतियों के मद्देनजऱ शिक्षा बोर्ड के लिए इम्तिहान लेना संभव नहीं था। उन्होंने कहा कि अपनाए गए फार्मूले के अनुसार, शिक्षा बोर्ड क्रमवार 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षाओं के प्रदर्शन के आधार पर 30:30:40 के अनुपात अनुसार परिणाम तैयार करेगा।
सिंगला ने कहा कि बोर्ड औसतन 30 फीसदी वेटेज: 10वीं कक्षा के मुख्य पाँच विषयों में से तीन बढिय़ा प्रदर्शन वाले विषय, 30 फीसदी वेटेज: 11वीं कक्षा के प्री बोर्ड और प्रैक्टीकल परीक्षा में विद्यार्थियों द्वारा प्राप्त अंक और 40 फीसदी वेटेज: 12वीं में प्री-बोर्ड, प्रैक्टिकल परीक्षा और इन्टरनल असेसमेंट में प्राप्त अंकों के आधार पर परिणाम का मसौदा तैयार करेगा।
मंत्री ने कहा कि जिन विद्यार्थियों ने ग्यारहवीं के बाद स्ट्रीम बदली है, उन विद्यार्थियों का परिणाम 10वीं में बढिय़ा प्रदर्शन वाले तीन विषयों में से प्राप्त और 12वीं में प्री-बोर्ड प्रैक्टिकल परीक्षा इन्टरनल असेसमेंट के फार्मूले अनुसार तैयार किया जायेगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि निर्धारित मापदण्डों को लागू करने सम्बन्धी विस्तृत विवरण पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की वैबसाईट और स्कूलों के लॉगइन आई.डी पर भी सार्वजनिक किये जाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा के नंबरों को पोर्टल पर अपलोड करने के लिए स्कूल प्रमुख जि़म्मेदार होंगे और नतीजे 31 जुलाई को या इससे पहले घोषित किए जाने की आशा है। सिंगला ने कहा कि जो विद्यार्थी उक्त फार्मूले अनुसार परिणामों से संतुष्ट नहीं होंगे, उनकी परीक्षा तब ली जायेगी जब हालात सुखद हो जाएंगे।