CHANDIGARH: चंडीगढ़ में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच लॉकडाउन के विरोध के आगे प्रशासन भी बैकफुट पर आ गया। चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर की अध्यक्षता में आज हुई कोविड वार रूम की मीटिंग में आखिरकार चंडीगढ़ में वीकेंड लॉकडाउन खत्म करने तथा लंबा लॉकडाउन न लगाने का भी निर्णय ले लिया गया। हालांकि प्रशासन ने नाइट कर्फ्यू का समय जरूर एक घंटा बढ़ा दिया। अब शहर में नाइट कर्फ्यू रात 10 बजे के बजाय 9 बजे से शुरू होगा तथा सुबह 5 बजे तक जारी रहेगा।
गौरतलब है कि प्रशासन ने शहर में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के इरादे से पिछले हफ्ते वीकेंड लॉकडाउन लागू कर दिया था। यही नहीं, रामनवमी के दिन भी शहर में लॉकडाउन लगा दिया गया था। साथ ही प्रशासन कम से कम एक सप्ताह के कंपलीट लॉकडाउन के मूड में भी था लेकिन शहर में इसका जोरदार विरोध शुरू हो गया। चंडीगढ़ व्यापार मंडल, चंडीगढ़ बिजनेस काउंसिल, चंडीगढ़ उद्योग व्यापार मंडल, चंडीगढ़ व्यापार सदन समेत तमाम व्यापारी संगठनों के अलावा राजनीतिक दलों ने भी लॉकडाउन का विरोध किया। रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन. ग्रामीण, स्टूडैंट्स व रेहड़ी-फड़ी वालों समेत तमाम वर्गों के लोगों ने तो बाकायदा लॉकडाउन विरोधी मोर्चा भी बना लिया था। इस मोर्चा के बैनर तले कल सेक्टर-17 में विरोध प्रदर्शन भी किया गया था, जबकि आज सुबह से ही शहर के अलग-अलग मार्केट्स में चंडीगढ़ व्यापार मंडल के बैनर तले दुकानदारों ने प्रदर्शन कर लॉकडाउन के विरोध में जोरदार आवाज उठाई थी।
लॉकडाउन का विरोध कर रहे लोगों, राजनीतिक दलों तथा व्यापारियों का कहना था कि प्रशासन अपनी कमियों को छिपाने के लिए लॉकडाउन लगा रहा है, जबकि लॉकडाउन कोरोना रोकने का कोई समाधान नहीं है, बल्कि लॉकडाउन से व्यापार-धंधे चौपट हो जाएंगे। लोग पिछले साल के लॉकडाउन में हुए आर्थिक नुकसान से अभी तक नहीं उबरे हैं। लोग अब फिर लॉकडाउन झेलने की स्थिति में नहीं हैं। प्रशासन कोरोना की चेन तोड़ने के लिए लॉकडाउन के बजाय अन्य विकल्पों का इस्तेमाल करे। इस सबको देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन शहर में लॉकडाउन लगाने जैसे कदम से आज पीछे हट गया।