पूर्व सांसद ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व चंडीगढ़ के प्रशासक बदनौर को लिखा पत्र
CHANDIGARH: चण्डीगढ़ के पूर्व सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य सत्यपाल जैन ने चंडीगढ़ प्रशासन तथा केन्द्रीय गृह मंत्रालय से आग्रह किया है कि वह चंडीगढ़ के सैक्टर 23 में स्थित प्रगति मार्केट के दुकानदारों को उनकी दुकानें मालिकाना हक देकर अलॉट करे तथा हाल ही में उनका किराया 14 रुपए प्रति महीना से बढ़ाकर 20 हजार रूपए प्रतिमाह किया, उसे वापस लें।
20 हजार रुपए महीना किया जा रहा किराया
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह तथा चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर को लिखे पत्र में जैन ने कहा कि प्रगति मार्केट में लोगों को 1971 में बूथ/दुकानें 14 रुपए महीना किराए पर दी गई थी, जिनका किराया अचानक बढ़ाकर अब 20 हजार रुपए महीने किया जा रहा है। जैन ने कहा कि इस दौरान में चंडीगढ़ में सरकार ने सैकड़ों रेहड़ी वालों को बूथ/दुकानें मालिकाना हक पर अलॉट किए हैं लेकिन प्रगति मार्केट के बूथों/दुकानों को मालिकाना हक देकर अलॉट नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि जो लोग लगभग 50 वर्षो से यहां काम कर रहे हैं, वह भी बाकियों की तरह मालिकाना हक के हकदार हैं। उन्होंने कहा कि मालिकाना हक देने के बजाय अचानक किराया 14 रुपए से बढ़ाकर 20 हजार रुपए प्रतिमाह करना अत्यंत अनुचित है तथा इन गरीब दुकानदारों की आर्थिक क्षमता से बाहर है।
जैन को ज्ञापन सौंपा था प्रगति मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन ने
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों प्रगति मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल इसके चेयरमैन बीरबल गुप्ता तथा अध्यक्ष महेश शर्मा के नेतृत्व में पूर्व सांसद सत्यपाल जैन से उनके निवास स्थान पर मिला था तथा उन्हें इस बाबत एक ज्ञापन सौंपा था। जैन ने ज्ञापन की प्रतियां गृहमंत्री अमित शाह तथा चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर को लिखे अपने पत्र के साथ भेजी हैं। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जैन को पत्र लिखकर सूचित किया है कि उन्हें जैन का पत्र तथा प्रगति मार्केट वेलफेयर एसोसिएषन का मांग पत्र मिल गया है।