CHANDIGARH: आम आदमी पार्टी (AAP) के सह प्रभारी एवं चंडीगढ़ के पूर्व मेयर प्रदीप छाबड़ा ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा वर्ष 2022-23 के लिए आज पेश किए गए केंद्रीय बजट को आम जनविरोधी करार दिया है। छाबड़ा ने कहा कि इस बजट ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र की मोदी सरकार देश के आम लोगों की चिंता करने के बजाय सिर्फ अमीरों का हित सर्वोपरि रखने वाली सरकार है। ये सरकार देश को चलाने में पूरी तरह नाकाम है। पंजाब समेत पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों में लोग भाजपा को इसका करारा जवाब देने के लिए तैयार बैठे हैं।
बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए प्रदीप छाबड़ा ने कहा कि पिछले कई सालों से मध्यम वर्गीय आयकरदाता करमुक्त आय की सीमा बढ़ने की आस में बैठे हैं। पिछले दो साल में कोरोनाकाल ने सबसे ज्यादा इसी वर्ग को प्रभावित किया है, फिर भी मिडल क्लास मोदी सरकार की चिंता से बाहर है। ये सरकार मिडल क्लास को कोई राहत नहीं देना चाहती, यह आज के बजट से साबित हो गया। छाबड़ा ने कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार ने ऐसे समय में अपना बजट पेश किया है जब भारतीय अर्थव्यवस्था मुद्रास्फीति, गतिरोध और राजकोषीय घाटा बढ़ने के दुष्चक्र में फंस गई है। इस विकट स्थिति में हालांकि समाज के हर वर्ग को वार्षिक बजट से कुछ न कुछ उम्मीद थी, फिर भी समाज के गरीब तबके पर ज्यादा ध्यान नहीं गया। आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है। बेरोजगारी अपने आप में महामारी की तरह है लेकिन इस दिशा में मोदी सरकार पुनः गंभीर नहीं दिखी है। हमेशा की तरह उसकी रणनीति में अमीरों को कर रियायतें देना इस बार भी शामिल है। छाबड़ा ने कहा कि आज के बजट से पूरा देश घोर निराशा में डूब गया है। आर्थिक समेत हर मोर्चे पर मोदी सरकार बुरी तरह फेल हो गई है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा सरकार का सत्ता से बाहर होना तय है। पंजाब समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव इसका बिगुल बजाने जा रहे हैं।