सत्ता की हनकः चंडीगढ़ में AAP नेता ने पुलिस पार्टी पर किया हमला, दो एसएचओ समेत कई घायल, आरोपी नेता सहित दो गिरफ्तार

थाने पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन ने आम आदमी पार्टी के नेता को बताया निर्दोष, पुलिस अधिकारियों ने लौटाया बैरंग

CHANDIGARH, 13 APRIL: आम आदमी पार्टी जिस ईमानदारी व शुचिता की राजनीति करने का दावा करती है, उसकी धज्जियां आम आदमी पार्टी के ही नेताओं ने चंडीगढ़ में उड़ा दीं। पंजाब में सत्ता और चंडीगढ़ में बढ़े जनाधार की हनक यहां आम आदमी पार्टी के नेताओं के सिर इस कदर चढ़कर बोलने लगी है कि मंगलवार शाम को कैंबवाला में एक प्लॉट पर झगड़े के दौरान आम आदमी पार्टी के एक बड़े नेता व उसके साथियों ने पुलिस पार्टी पर ही हमला बोल दिया, जिसमें एक नागरिक व दो एसएचओ समेत करीब आधा दर्जन पुलिस कर्मी घायल हो गए। इस मामले में पुलिस ने आम आदमी पार्टी के बड़े नेता समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। इस बीच, आम आदमी पार्टी से ही जुड़े पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन ने इस मामले में आरोपी बनाए गए पार्टी के बड़े नेता को बचाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया लेकिन वह सफल नहीं हो सके। यह घटना शहर के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है।

दरअसल, पूरा मामला कैंबवाला में स्थित शराब के एक अहाते के साथ के प्लॉट पर पनपे विवाद का है। पुलिस के मुताबिक शराब के इस अहाते का संचालन आम आदमी पार्टी के चंडीगढ़ प्रदेश उपाध्यक्ष देविंदर सिंह औलख उर्फ कोका के पास है। इसी अहाते के साथ स्थित हरजीत सिंह ढिल्लों नामक एक व्यक्ति के प्लॉट को लेकर विवाद हुआ। इलाका थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक शिकायतकर्ता सेक्टर-3 निवासी कर्णबीर सिंह ढिल्लों ने पुलिस को बताया कि वह मंगलवार शाम को अपने भाई हरजीत सिंह ढिल्लों के प्लॉट पर एंगल व तार की घेराबंदी टूट जाने के कारण दोबारा घेराबंदी करने के लिए वहां पहुंचा था। इस दौरान श्रवण नामक एक व्यक्ति प्लॉट पर आया तथा एंगल व तारें उखाड़ने लगा। इसी दौरान श्रवण नामक व्यक्ति के 8-9 साथी भी आ गए, जिन्होंने एंगल व तार उखाड़ दिए। इन आरोपियों में देविंदर सिंह उर्फ कोका, कमलेश कुमार, संदीप कुमार, आशीष, गोला, नरेंदर, कुलदीप शामिल थे। शिकायतकर्ता का कहना है कि उसने जब आरोपी श्रवण व उसके साथियों को समझाने की कोशिश की तो आरोपियों ने उसे धमकी दी कि यहां दोबारा एंगल लगाए तो जान से मार देंगे।

इसी बीच, किसी ने इस झगड़े की सूचना 100 नंबर पर पुलिस को दे दी तो मौके पर पहुंची पुलिस पार्टी ने भी आरोपियों को समझाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माने और पहले शिकायतकर्ता कर्णबीर सिंह ढिल्लों के साथ, फिर पुलिस पार्टी के साथ धक्का-मुक्की, हाथापाई व मारपीट की, जिसमें कुछ पुलिस कर्मी भी घायल हो गए। इस मामले में मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने भी एफआईआर में आरोपियों पर शिकायतकर्ता कर्णबीर सिंह ढिल्लों व पुलिस पार्टी के साथ गाली-गलौच, हाथापाई करने व सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने का आरोप लगाया है।

बताया जाता है कि इधर जब पूरा मामला थाने व चंडीगढ़ पुलिस के उच्चाधिकारियों तक पहुंचा तो पूरा पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। क्योंकि इसमें आम आदमी पार्टी के चंडीगढ़ प्रदेश उपाध्यक्ष देविंदर सिंह उर्फ कोका का नाम जुड़ जाने से मामला हाईप्रोफाइल बन गया। बताया जाता है कि मौके पर ही मामला इतना बड़ा हो गया था कि इलाका पुलिस को अतिरिक्त फोर्स मंगानी पड़ी थी और थाना सेक्टर-17 के एसएचओ इंस्पेक्टर ओमप्रकाश व पुलिस पोस्ट सुखना लेक से इंस्पेक्टर जसपाल सिंह खुद अपनी-अपनी पुलिस पार्टी को लेकर घटनास्थल पर पहुंचे, जिन्हें आरोपियों की गाली-गलौच, धक्का-मुक्की व हमले का सामना करना पड़ा। यहां तक कि इस दौरान पुलिस पार्टी पर पथराव भी किया गया, जिसमें सेक्टर-3 थाना प्रभारी शेर सिंह और सेक्टर-17 थाना प्रभारी ओम प्रकाश भी लहूलुहान हो गए। इस घटना में आम आदमी पार्टी के बड़े नेता देविंदर सिंह उर्फ कोका के रूप में राजनीतिक व्यक्ति के जुड़े होने से चंडीगढ़ पुलिस के उच्चाधिकारी बेहद गुस्से में दिखे।

बताया जाता है कि इस मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंचे तथा देविंदर सिंह उर्फ कोका को इस मामले में जानबूझकर फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए उन्हें निर्दोष बताया लेकिन उच्चाधिकारियों ने इसमें धवन की एक न सुनी तो पंजाब से जुड़े रहे आम आदमी पार्टी के दिल्ली स्थित एक बड़े नेता को भी फोन खटखटाए गए लेकिन राहत नहीं मिली। लिहाजा, पुलिस ने मुख्य आरोपी श्रवण के साथ देविंदर सिंह उर्फ कोका समेत सभी आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर 2 आरोपियों देविंदर सिंह उर्फ कोका तथा श्रवण को गिरफ्तार कर लिया, जबकि बाकियों की तलाश की जा रही है। बताया जाता है कि देविंदर सिंह उर्फ कोका तथा श्रवण को पुलिस ने मौके पर ही दबोच लिया था।

मामला आम आदमी पार्टी के बड़े नेता देविंदर सिंह उर्फ कोका से जुड़ा होने के कारण यह शहर के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। बता दें कि देविंदर सिंह उर्फ कोका पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन के बेहद नजदीकी हैं। धवन जिस-जिस पार्टी में रहे, वह भी उनके साथ उस पार्टी में शामिल हुए। आम आदमी पार्टी में आने से पहले देविंदर सिंह भाजपा में थे। आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद हरमोहन धवन की सिफारिश पर ही देविंदर सिंह के बेटे को आम आदमी पार्टी ने नगर निगम चुनाव-2021 में वार्ड-11 से पार्षद का चुनाव लड़ाया था लेकिन वह भाजपा के अनूप गुप्ता के मुकाबले चुनाव हार गए थे।

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