NEW DELHI, 8 FEBRUARY: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया तो अधिकांश समय विपक्ष, खास तौर पर कांग्रेस उनके निशाने पर रही। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘देश आज यहां से नए उमंग, नए विश्वास, नए संकल्प के साथ चल पड़ा है।’ 31 जनवरी को लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ बजट सत्र शुरू हुआ था।
PM मोदी ने राष्ट्रपति का किया अभिनंदन
पीएम मोदी अपने भाषण में सबसे पहले राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा, ये मेरा सौभाग्य रहा है कि मुझे पहले भी कई बार राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद करने का अवसर मिला है लेकिन इस बार मैं धन्यवाद के साथ-साथ राष्ट्रपति महोदया का अभिनंदन भी करना चाहता हूं।
अपने विजनरी भाषण में राष्ट्रपति ने करोड़ों देशवासियों का मार्गदर्शन किया
पीएम मोदी ने कहा कि अपने विजनरी भाषण में राष्ट्रपति ने हम सबको और करोड़ों देशवासियों का मार्गदर्शन किया है। गणतंत्र के मुखिया के रूप में उनकी उपस्थिति ऐतिहासिक भी है और देश की कोटी-कोटी बहन-बेटियों के लिए बहुत बड़ा प्रेरणा का अवसर भी है।
राष्ट्रपति ने आदिवासी समाज का गौरव बढ़ाया
पीएम ने आगे कहा, राष्ट्रपति ने आदिवासी समाज का गौरव तो बढ़ाया ही है लेकिन आज आजादी के इतने सालों के बाद आदिवासी समाज में जो गौरव की अनुभूति हो रही है, उनका जो आत्मविश्वास बढ़ा है और इसके लिए ये सदन भी और देश भी उनका आभारी होगा। राष्ट्रपति के अभिभाषण में संकल्प से सिद्धि तक की यात्रा का बहुत बढ़िया तरीके से एक खाका खींचा गया। एक प्रकार से देश को अकाउंट भी दिया गया, इंस्पिरेशन भी दिया गया।
इस चर्चा में सबने अपनी रुचि, प्रवृत्ति के अनुसार अपनी बातें रखी
यहां पर सभी माननीय सदस्यों ने इस चर्चा में हिस्सा लिया। हर किसी ने अपने-अपने आंकड़े दिए, अपने-अपने तर्क दिए। अपनी रुचि, प्रवृति प्रकृति के अनुसार सबने अपनी बातें रखी। जब इन बातों को गौर से सुनते हैं उसे समझने का जब प्रयास करते हैं तो ये भी ध्यान में आता है तो ये भी ध्यान में आता है कि किसकी कितनी क्षमता है, किसकी कितनी योग्यता है, किसकी कितनी समझ है और किसका क्या इरादा है। ये सारी बातें प्रकट होती ही है और देश भली-भांति तरीके से उसका मूल्यांकन भी करता है।
पीएम मोदी ने कहा, मैं चर्चा में शामिल सभी सदस्यों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं लेकिन मैं देख रहा था कल कुछ लोगों के भाषण के बाद पूरा इकोसिस्टम और समर्थक उछल रहे थे और खुश होकर के कहने लगे ये हुई ना बात। पीएम ने कहा, ऐसे लोगों के लिए कहा गया है, बहुत अच्छे ढंग से कहा गया है…
”ये कह कह कर हम दिल को बहला रहा हैं
वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं”
कुछ बड़े नेताओं ने राष्ट्रपति का अपमान किया
पीएम मोदी ने आगे कहा, जब राष्ट्रपति का भाषण हो रहा था तो कुछ लोग कन्नी भी काट गए। एक बड़े नेता तो महामहिम राष्ट्रपति जी का अपमान भी कर चुके हैं।
हमारे जनजातीय समाज के प्रति कुछ लोगों ने नफरत दिखाई
हमारे जनजातीय समाज के प्रति कुछ लोगों ने नफरत दिखाई। हमारे जनजातीय समुदाय के प्रति उनकी सोच क्या है लेकिन जब इस प्रकार की बातें टीवी के सामने कही गई तो भीतर पड़ा हुआ जो नफरत का भाव था जो सच वो बाहर आके ही रह गया।
राष्ट्रपति के भाषण का किसी ने नहीं किया विरोध
पीएम मोदी ने कहा जब राष्ट्रपति जी के भाषण को मैं सुन रहा था तो मुझे लगा कि बहुत सी बातों को मौन रहकर के भी स्वीकार किया गया है। एक प्रकार से जब मैं सबके भाषण सुनता था तो लगा कि राष्ट्रपति के भाषण के प्रति किसी को एतराज नहीं है, किसी ने उनके भाषण की आलोचना नहीं की है। पीएम मोदी आगे बताते हैं कि राष्ट्रपति ने अपने भाषण में कहा था जो भारत कभी अपनी अधिकांश समस्याओं के समाधान के लिए दूसरों पर निर्भर था, वही आज दुनिया की समस्याओं के समाधान का माध्यम बन रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, राष्ट्रपति ने ये भी कहा था कि जिन मूल सुविधाओं के लिए देश की एक बड़ी आबादी ने दशकों तक इंतजार किया वे इन वर्षों में उसे मिल ही गया। बड़े-बड़े घोटालों सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार की जिन समस्याओं से जिन समस्याओं से देश मुक्ति चाहता था वह मुक्ति अब देश को मिल रही है। पीएम मोदी ने कहा पॉलिसी, पैरालिसिस की चर्चा से बाहर आकर आज देश और देश की पहचान तेज विकास और दूरगामी दृष्टि से लिए गए फैसलों के लिए हो रही है। पीएम मोदी ने स्पष्ट करते हुए कहा ये पैराग्राफ जो मैं पढ़ रहा हूं वो राष्ट्रपति के भाषण को मैं कोट कर रहा हूं। उन्होंने कहा, मुझे आशंका थी कि ऐसी-ऐसी बातों पर तो यहां जरूर एतराज करने वाले तो कुछ लोग निकलेंगे, वो विरोध करेंगे कि क्या ऐसे कैसे बोल सकते हैं राष्ट्रपति के लिए.. लेकिन मुझे खुशी है कि किसी ने विरोध नहीं किया। सबने स्वीकार किया। मैं 140 करोड़ देशवासियों का आभारी हूं कि सबसे प्रयास के परिणाम आज इन सारी बातों को पूरे सदन में स्वीकृति मिली है। इससे बड़ा गौरव का विषय क्या हो सकता है।
आज राष्ट्र के रूप गौरवपूर्ण अवसर हमारे सामने
पीएम मोदी ने कहा कि सदन में हंसी-मजाक, टीका-टिप्पणी नोक-झोंक ये तो होता रहता है, लेकिन ये नहीं भूलना चाहिए कि आज राष्ट्र के रूप गौरवपूर्ण अवसर हमारे सामने खड़े हैं। गौरव के क्षण हम जी रहे हैं। राष्ट्रपति के पूरे भाषण में जो बातें हैं वो 140 करोड़ देशवासियों के सेलिब्रेशन का अवसर है। देश ने सेलिब्रेट किया है। पीएम मोदी ने कहा 100 साल में आई हुई ये भयंकर महामारी, दूसरी तरफ युद्ध की स्थिति, बंटा हुआ विश्व इस स्थिति में भी इस संकट के माहौल में भी देश को जिस प्रकार से संभाला गया है, देश जिस प्रकार से संभला है, इससे पूरा देश आत्म विश्वास से भर रहा है, गौरव से भर रहा है।
चुनौतियों से ज्यादा सामर्थ्यवान है 140 करोड़ देशवासियों का जज्बा
पीएम मोदी ने कहा कि चुनौतियों के बिना जीवन नहीं होता है। चुनौतियां तो आती है लेकिन चुनौतियों से ज्यादा सामर्थ्यवान है 140 करोड़ देशवासियों का जज्बा। 140 करोड़ देशवासियों का सामर्थ्य चुनौतियों से भी ज्यादा मजबूत है, बड़ा और सामर्थ्य से भरा हुआ है। इतनी भयंकर महामारी बंटा हुआ विश्व, युद्ध के कारण हो रहे विनाश अनेक देशों में स्थिरता का माहौल है। कई देशों में भीषण महंगाई, बेरोजगारी, खाने-पीने का संकट है। हमारे पड़ोस में जिस प्रकार से हालात बने हुए हैं, ऐसी स्थिति में कौन हिंदुस्तानी इस बात पर गर्व नहीं करेगा कि ऐसी स्थिति में भी देश दुनिया की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था बना है।
भारत को G20 की अध्यक्षता मिलना बड़े गर्व की बात
आज पूरे विश्व में भारत को लेकर पॉजीटिविटी है, एक आशा है, भरोसा है कि आज भारत को विश्व समृद्ध देश ऐसे G20 समूह की अध्यक्षता का अवसर भी मिला है। ये देश के लिए गर्व की बात है 140 करोड़ देशवासियों के लिए गौरव की बात है। पीएम ने आगे जोड़ते हुए कहा, लेकिन मुझे लगता है, पहले मुझे नहीं लगता था लेकिन अभी लग रहा है, शायद इससे भी कुछ लोगों को दुख हो रहा है। 140 करोड़ देशवासियों में किसी को दुख नहीं हो सकता। वो आत्मनिरीक्षण करें कि वे कौन लोग हैं, जिसको इसका भी दुख हो रहा है।
आज पूरी दुनिया भारत की ओर आशा भरी नजरों से देख रही है
पीएम मोदी ने बताया कि आज दुनिया की हर विश्वसनीय संस्था, सारे एक्सपर्ट्स जो वैश्विक प्रभावों को बहुत गहराई से अध्ययन करते हैं जो भविष्य का अच्छे से अनुमान भी लगा सकते हैं, उन सबको आज भारत के प्रति बहुत आशा है, विश्वास है और बहुत एक मात्रा में एक उमंग भी है। पीएम मोदी ने सवाल किया कि यह आखिर सब क्यों है ? उन्होंने आगे कहा कि यह ऐसे ही तो नहीं है। आज पूरी दुनिया भारत की ओर आशा भरी नजरों से देख रही है। इसके पीछे कारण है। इसका उत्तर छिपा है भारत में आई स्थिरता में, भारत की वैश्विक साख में, भारत की बढ़ते सामर्थ्य में और भारत में बन रही नई संभावनाओं में।
एक निर्णायक सरकार राष्ट्रहित में फैसले लेने का सामर्थ्य रखती है
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में दो-तीन दशक अस्थिरता के रहे हैं। आज स्थिरता है। पॉलिटिकल स्टेब्लिटी है, स्टेबल गवर्नमेंट भी है और डिसीसिव गवर्नमेंट है। उसका भरोसा स्वाभाविक होता है। एक निर्णायक सरकार एक पूर्ण बहुमत से चलने वाली सरकार राष्ट्रहित में फैसले लेने का सामर्थ्य रख रही है। ये वो सरकार है रिफॉर्म आउट ऑफ कंपल्शन नहीं रिफॉर्म आउट ऑफ कन्विक्शन हो रहे हैं। हम इस मार्ग से हटने वाले नहीं है, चलते रहेंगे और देश को समय की मांग के अनुसार जो चाहिए वो देते रहेंगे।
हमने 150 देशों तक वैक्सीन और दवा पहुंचाई
पीएम मोदी ने कहा, इस कोरोना काल में मेड इन इंडिया वैक्सीन तैयार हुई। भारत ने दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान चलाया। इतना ही नहीं अपने करोड़ों नागरिकों को मुफ्त वैक्सीन टीके लगाए। इतना ही नहीं 150 से ज्यादा देशों को इस संकट के समय हमने जहां जरूरत थी वहां दवाई पहुंचाई, जहां जरूरत थी वहां वैक्सीन पहुंचाई। आज विश्व के कई देश हैं जो भारत के विषय में इस बात पर बड़े गौरव से विश्व मंच पर भारत का धन्यवाद करते हैं, भारत को गौरवान्वित करते हैं। इस मदद के लिए दुनिया के देश भारत का अभिनंदन करते हैं।
भारत में नई संभावनाएं हैं’
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश तकनीक के क्षेत्र में बढ़ी ताकत से आगे बढ़ रहा है। भारत में नई संभावनाएं हैं। भारत आज एक मैन्युफैक्चरिंग हब के तौर पर उभरा है। दुनिया भारत की बढ़ती ताकत में अपनी ताकत देख रही है। कुछ लोगों को भारत की प्रगति हजम नहीं हो रही है। इतने कम समय में 108 यूनिकॉर्न बने हैं। आज भारत मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग में दूसरा सबसे बड़ा देश है। आज भारतीय खिलाड़ी दुनिया में अपनी पहचान दिखा रहे हैं। आज विश्वास से भरा हुआ देश है। 2004 से 2014 में भारत की अर्थव्यवस्था की हालत खस्ता हुई।
UPA की पहचान-हर मौके को मुसीबत में पलट दिया
पीएम मोदी ने कहा कि यूपीए के 10 साल में जम्मू-कश्मीर से लेकर पूर्वोत्तर में हिंसा का माहौल रहा। इन 10 सालों में ग्लोबल फार्म में भारत की आवाज बहुत कमजोर थी। आज 140 करोड़ भारतीयों का सामर्थ्यवान खुलकर आ रहा है। पीएम ने कहा, यूपीए की पहचान-हर मौके को मुसीबत में पलट दिया। जब जगह-जगह तकनीक बढ़ रही थी तो ये लोग 2जी में फंसे रहे। न्यूक्लियर डील के समय ये कैश फॉर वोट में फंसे रहे। 2010 में राष्ट्रमंडल खेल में घोटाले के कारण भारत दुनिया में बदनाम हुआ। भारत की ऊर्जा शक्ति के उभार के समय यह ब्लैकआउट के लिए चर्चा में थे। देश में इस दौरान कई आतंकी हमले हुए। आतंकियों के हौसले बुलंद थे, जिस कारण हमारे सैकड़ों लोगों की जान गई। यूपीए के शासन में रक्षा सौदों में कई घोटाले हुए। पीएम मोदी ने कहा आज का यह दशक भारत का दशक है। लोकतंत्र में आलोचना का बहुत महत्व है। सदियों से लोकतंत्र हमारी रगों में पनपा हुआ है।
9 साल इन्होंने आलोचना के बजाय आरोपों में गंवा दिए
मोदी ने कहा कि 9 साल इन्होंने आलोचना के बजाय आरोपों में गंवा दिए। चुनाव हारने पर यह ईवीएम और चुनाव आयोग को गाली देते हैं। भ्रष्टाचार की जांच पर यह जांच एजेंसियों को गाली देते हैं। हमारे जवानों की बहादुरी पर यह सेना को भी गाली देते हैं। आर्थिक प्रगति पर चर्चा होने पर आरबीआई को गाली देते हैं। यह लोग बिन सिर-पैर की बात करने के आदी हैं। 2014 से यह लगातार कौस रहे हैं। यह लोग पिछले 22 सालों से गलतफहमी पाल कर बैठे हैं, मैंने देश के लोगों के लिए अपना जीवन खपा दिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि जांच एजेंसियों के विरोध में विपक्ष के लोग सुर से सुर मिला हे हैं। ईडी ने इन सभी को एक मंच पर ला दिया है। बीते वर्षों में हार्वर्ड में एक बढ़िया स्टडी हुई है। द राईज एंड डिक्लाइन ऑफ कांग्रेस पार्टी पर स्टडी हुई।
140 करोड़ भारतीयों का आशीर्वाद मेरा सबसे बड़ा सुरक्षा कवच
पीएम मोदी ने कहा, अहंकार में डूबे लोगों को लगता है कि मोदी को गाली देकर रास्ता निकलेगा। मोदी पर भरोसा अखबारों की सुर्खियों से पैदा नहीं हुआ, टीवी पर चेहरों से नहीं। देशवासियों का मोदी पर भरोसा इनकी सोच से ऊपर है। मैंने अपना जीवन, अपना हर पल देश की जनता के लिए, देश के गौरवशाली भविष्य के लिए दिया है। 140 करोड़ भारतीयों का आशीर्वाद मेरा सबसे बड़ा ‘सुरक्षा कवच’ है। इस सुरक्षा कवच को आप भेद नहीं सकते।
2014 के बाद सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ गरीब और दलितों को मिला
पीएम मोदी ने कहा, 2014 के बाद सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ गरीब और दलितों को मिला। पहली बार पक्के घरों जा पाएं हैं। आज सड़क, बिजली, पानी 4जी कनेक्टिविटी पिछड़े इलाकों तक पहुंच रही है। महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा कार्य करने का मौका हमें मिला है। आदिवासी परंपरा की प्रतिनिधि के तौर राष्ट्रपति बनना हमारे लिए गर्व की बात है। महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा कार्य करने का मौका हमें मिला है। हमारी सरकार का महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर रहा है। हमने माताओं-बहनों को उज्जवला योजना के जरिए एलपीजी प्रदान करवाई।
देश को आपने निराशा में झोंका हुआ था
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, देश को आपने निराशा में झोंका हुआ था। वोट बैंक की राजनीति ने देश के सामर्थ्य को बहुत धक्का पहुंचाया है। मध्यम वर्ग को लंबे समय से नकार दिया गया। एनडीए सरकार ने मध्यम वर्ग की ईमानदारी को पहचाना। मध्यम वर्ग देश को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है। जन औषधि केंद्र के कारण 20,000 करोड़ रुपए मध्यम वर्ग का बचा है।
देश आज आधुनिकता की ओर बढ़ रहा है
पीएम ने कहा, हमने इंफ्रास्ट्रक्चर की तरफ बहुत ध्यान दिया है। आज हर क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर का कायाकल्प दिख रहा है। आज हाईवे पर रिकॉर्ड निवेश हो रहा है। आज रेलवे के आधुनिकीकरण पर हमारा जोर है। अब हर जगह रेलवे स्टेशनों और एयरपोर्ट का कायाकल्प हो रहा है। पिछले 9 साल में 70 एयरपोर्ट बनाए गए। देश आज आधुनिकता की ओर बढ़ रहा है। आज सड़क बिजली, पानी 4जी कनेक्टिविटी पिछड़े इलाकों तक पहुंच रही है। भारत का सामान्य मानवीय सकारात्मकता से भरा हुआ है। आधार लेन-देने का सबसे बड़ा माध्यम, आपने उसे भी निराधार कहा था। भारतीय सेना के हजारों करोड़ों के ऑर्डर HAL के पास हैं। आज भारत रक्षा उपकरण बाहर निर्यात कर रहा है।
समय की मांग है, आज निराशा में डूबे लोग आत्मचिंतन करें
पीएम मोदी ने कहा, समय की मांग है, आज निराशा में डूबे लोग आत्मचिंतन करें। आज आप जम्मू-कश्मीर में आन-बान-शान के साथ घूम सकते हैं। पिछली शताब्दी में आतंकियों ने मुझे लाल चौक में तिरंगा फहराने की चुनौती दी थी। मैंने आतंकियों को चुनौती दी थी कि फैसला लाल चौक पर ही होगा। आज जम्मू-कश्मीर ने पर्यटन के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। हाल ही में श्रीनगर में थिएटर हाउसफुल चल रहे हैं। इलाके में अलगाववादी दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं। पूर्वोत्तर के 7500 अलगाववादी बंदूक छोड़ कर शांति की ओर लौटे हैं। पीएम ने आगे कहा, आपके जमाने के और अब के जमाने के पूर्वोत्तर में बड़ा अंतर है। पूर्वोत्तर में विकास की नई रफ्तार जारी है।
देश नए उमंग, नए विश्वास, नए संकल्प के साथ चल पड़ा है
पीएम मोदी ने अपने भाषण के आखिर में कहा कि जो लोग बार-बार गांधी जी के नाम पर रोटी सेक रहे हैं उनको मैं कहना चाहता हूं एक बार गांधी को पढ़ लें। महात्मा गांधी ने कहा था अगर आप अपने कर्तव्यों का पालन करोगे तो दूसरों के अधिकारों की रक्षा उसमें निहित है। आज कर्तव्य और अधिकारों के बीच में भी लड़ाई देख रहे हैं। ऐसी नासमझी शायद देश ने पहली बार देखी होगी। देश आज यहां से नए उमंग, नए विश्वास, नए संकल्प के साथ चल पड़ा है।”