चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने सेक्टर-17 पुलिस थाने के सामने किया प्रदर्शन
अनिल मसीह के खिलाफ शिकायत देने गए कांग्रेसियों को पुलिस ने रोका
CHANDIGARH, 31 JANUARY: चंडीगढ़ के मेयर चुनाव में भारतीय जनता पार्टी पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाते हुए प्रदेश कांग्रेस ने आज यहां सेक्टर-17 में पुलिस स्टेशन के सामने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा और चंडीगढ़ प्रशासन के विरोध में नारे लगाए तथा चण्डीगढ़ की जनता से अपील की कि भारतीय जनता पार्टी की भारत में लोकतंत्र समाप्त करने की कोशिशों का मुंह तोड़ जवाब दे।
इस अवसर पर चंडीगढ़ के सांसद रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल ने कहा कि मेयर चुनाव के पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह ने भाजपा के इशारे पर कांग्रेस-आम आदमी पार्टी के आठ पार्षदों के मतपत्रों के साथ धोखाधड़ी कर उनके वोटों को अमान्य किया। बंसल ने मसीह पर आपराधिक मुकद्दमा दर्ज करने की मांग की। पवन कुमार बंसल ने कहा कि अनिल मसीह ने जो किया वो सिर्फ लोकतंत्र के साथ ही नहीं, बल्कि मानवता के साथ भी विश्वासघात है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट पर हमें पूर्ण विश्वास है और तीन हफ्ते बाद मेयर चुनाव का असली फैसला सामने आ जाएगा, क्योंकि हमारा केस बहुत मजबूत है। इसलिए हमें न्याय मिलने की पूरी उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि आज जनता को सब कुछ साफ-साफ दिख गया है, इसलिए आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को जवाब जनता ही देगी और वो चुनाव जनता ही लड़ेगी, हम नहीं।
इस मौके पर चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की ने कहा कि चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस भाजपा के खिलाफ अपना विरोध जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि जब कभी भी भाजपा को लगता है कि वह चुनाव हार सकती है तो वह हर गैरकानूनी और अवैध तरीकों को अपनाकर अवांछित जीत छीनने की कोशिश करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा का ऐसा तानाशाही और देश विरोधी रवैया देश में लोकतंत्र को खत्म कर सकता है।
चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव शर्मा ने बताया कि जब कांग्रेसियों ने मेयर चुनाव कराने के लिए नियुक्त पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज कराने के लिए सेक्टर-17 पुलिस स्टेशन में घुसने की कोशिश की तो पुलिस ने बेरिकेड लगाकर उन्हें रोक दिया। इस दौरान पुलिस के साथ उनकी हाथापाई हुई। कार्यकर्ता बैरिकेड्स पर चढ़ गए। कांग्रेस-आम आदमी पार्टी की ओर से बाद में दायर शिकायत में कहा गया है कि अनिल मैसिन ने आठ वोटों को अमान्य करने के लिए मतपत्रों से छेड़छाड़ कर जालसाजी की है। इसलिए उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाना चाहिए।