CHANDIGARH: पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने आज यहाँ कहा है कि बादल परिवार द्वारा पंजाबियों ख़ासकर किसानों के हितों के साथ की गई गद्दारी के कारण पंजाब के लोग इसको कभी भी माफ नहीं करेंगे।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा है कि हरसिमरत कौर बादल ने सिफऱ् अपनी कुर्सी बचाने के लिए किसानी और पंजाब को तबाह करने वाले काले कानूनों की पहले मंत्रीमंडल में हिमायत की और फिर प्रकाश सिंह बादल समेत पूरे बादल परिवार ने लगातार चार महीने इनके हक में अंधाधुंध प्रचार किया।
बादल परिवार ने यहाँ तक कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह किसानों को गुमराह करके उनका नुक्सान कर रहे हैं क्योंकि यह खेती कानून लागू होने से उनका बहुत भला होने वाला है। उन्होंने कहा कि कि बादल परिवार ने इन कानूनों का विरोध सिफऱ् उस समय किया जब उनको एहसास हो गया कि पंजाब के लोगों ने उनके किसी भी सदस्य को घर से नहीं निकलने देना।
सिद्धू ने कहा कि प्रकाश सिंह बादल द्वारा सस्ती शोहरत कमाने के लिए ‘पद्म विभूषण’ पुरुस्कार वापस करने के ऐलान का कोई मायना नहीं है क्योंकि यह कार्यवाही रोगी को मौत के बाद दी जाने वाली दवा देने की तरह है। उन्होंने कहा कि प्रकाश सिंह बादल को यह पुरुस्कार भी केंद्र सरकार द्वारा हरसिमरत कौर बादल के मंत्री पद के बदले पंजाब के हितों को मोदी सरकार के पास गिरवी रख देने के कारण ही दिया गया था।
स्वास्थ्य मंत्री ने अकाल तख़्त साहिब के जत्थेदार साहिब को विनती की है कि अकाल तख़्त साहिब की तरफ से प्रकाश सिंह बादल को किसी समय पर दिए गए पंथ रत्न फख़ऱ-ए-कौम का पुरुस्कार वापस ले लेना चाहिए क्योंकि यह व्यक्ति पिछले दो दशकों से पंथ और पंथक संस्थाओं पर अमर बेल बनकर छाया हुआ है।
अमर बेल की तरह बादल परिवार ने अपनी दौलत तो हज़ारों गुणा बढ़ा ली है परन्तु पंथ और पंजाब बहुत कमज़ोर हो गये हैं। सिद्धू ने कहा कि अगर शिरोमणि अकाली दल ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाली धारा 370 ख़त्म करने, राज्य का दर्जा ख़त्म करके जम्मू कश्मीर को केंद्रीय शासित प्रदेश बनाने और नागिरकता संशोधन कानून पास करते समय ही अकाली दल ने राज्यों और अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकारों का हनन करने वाले कानूनों का विरोध किया होता तो मोदी सरकार की खेती सम्बन्धी काले कानून लाने की हिम्मत नहीं होती।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जो किसान विरोधी कानूनों को वापस करवाने के लिए किसानों को कड़ा और लंबा संघर्ष लडऩा पड़ रहा है उनको बनाने के लिए शिरोमणि अकाली दल भी भारतीय जनता पार्टी के बराबर का दोषी है। उन्होंने कहा कि यह बात पंजाब का बच्चा बच्चा जानता है इसलिए शिरोमणी अकाली दल पर काबिज़ बादल परिवार को अब कोई मुँह लगाने को तैयार नहीं है।