गुजरात के लोगों ने भाजपा को बाहर करने का मन बनाया: मुख्यमंत्री भगवंत मान

कहा- ‘आप’ के हक में चल रही हवा तूफ़ान में बदली, कांग्रेस ‘विधायक एक्सचेन्ज पार्टी’ बनी  

CHANDIGARH, 16 OCTOBER: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि गुजरात के लोगों ने भाजपा को सत्ता से बाहर करके आम आदमी पार्टी के हक में जनादेश देने का मन बना लिया है। यहाँ जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘आप’ के हक में चलने वाली हवा, आँधी में बदल गई है। कांग्रेस पर बरसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी गुजरात में बदलाव का मुद्दा ज़ोर-शोर से उठा रही है, परन्तु यह पार्टी ‘एमएलए एक्सचेन्ज पार्टी’ बनकर रह गई है, क्योंकि इसके ज़्यादातर विधायक दूसरी पार्टियों द्वारा अपने में मिलाए जा रहे हैं। राज्य में आम लोगों की दयनीय हालत के लिए भाजपा की आलोचना करते हुए भगवंत मान ने कहा कि भगवा पार्टी लोगों की दौलत लूटने के लिए जि़म्मेदार है।  

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि गुजरात के लोग भी उन समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जो कभी 2022 के चुनाव से पहले पंजाब के लोग भी भुगत चुके हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात बेहद गंभीर कृषि संकट का सामना कर रहा है, स्कूलों और अस्पतालों की हालत खऱाब है और सडक़ें बदतर हालत में हैं। 2022 के चुनाव से पहले पंजाब में भी यही हालात थे। भगवंत मान ने कहा कि हालात तभी बदल सकते हैं, अगर आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार सत्ता में आएगी।  

पंजाब में आम आदमी सरकार की बेमिसाल पहलें गिनाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली जुलाई से पंजाब सरकार हरेक बिल पर लोगों को 600 यूनिट बिजली मुफ़्त दे रही है। उन्होंने कहा कि इसके नतीजे के तौर पर कुल 72.66 लाख में से लगभग 50 लाख घरों को सितम्बर महीने का बिजली का बिल ज़ीरो आया है, जो कुल संख्या का 68.81 प्रतिशत बनता है। भगवंत मान ने कहा कि इसी तरह पिछले छह महीनों में अब तक 17 हज़ार से अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरियाँ मुहैया की गई हैं।  

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उनकी सरकार नौकरियों में दमनकारी ठेकेदारी प्रणाली के विरुद्ध है, जिस कारण राज्य में 30 हज़ार से अधिक संविदा पर रखे कर्मचारियों की सेवाओं को नियमित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। भगवंत मान ने कहा कि उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन की शुरुआत की है, जिसकी मदद से भ्रष्टाचार में लिप्त तत्वों को सलाखों के पीछे डाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि केवल ईमानदार सरकार ही ऐसी बेमिसाल और लोक-हितैषी पहलें कर सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेसहारा पशुओं की समस्या से बढिय़ा तरीके से निपटने के लिए राज्य सरकार ने गऊ सेवा आयोग को मज़बूत किया है। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य जहाँ एक ओर बेसहारा पशुओं की हादसों में जाने वाली जान बचाना है, वहीं दूसरी ओर गऊओं की देखभाल को सुनिश्चित बनाना है। भगवंत मान ने कहा कि गऊओं के कल्याण के लिए गऊ सैस का तर्कसंगत प्रयोग सुनिश्चित बनाने की कोशिशें चल रही हैं।

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