समर्पण पोर्टल पर रजिस्टर्ड 3500 लोगों को जल्द दिया जाएगा सामाजिक कार्य करने का मौकाः मुख्यमंत्री
CHANDIGARH, 12 MAY: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि निस्वार्थ सेवा भाव से काम करने के लिए ज्यादा से ज्यादा वॉलंटियर को समर्पण पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कर जुड़ना चाहिए। अभी तक इस पोर्टल पर करीब 3500 वॉलंटियर्स ने रजिस्ट्रेशन करवाया है लेकिन जैसे ये वॉलंटियर्स सामाजिक कार्य शुरू करेंगे तो वो दिन दूर नहीं जब इनकी संख्या साढ़े तीन लाख होगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही रजिस्टर्ड वॉलंटियर्स को सामाजिक कार्य सौंपे जाएंगे। मुख्यमंत्री गुरुवार को अपने निवास स्थान पर समर्पण पोर्टल पर रजिस्टर्ड कुछ वॉलंटियर्स के साथ बैठक के दौरान बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि सरकारी सिस्टम के अंतर्गत बहुत से कार्य किए जाते हैं। इस सिस्टम को संभालने के लिए आईएएस अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक कार्य करते हैं। इस निरंतर जारी प्रक्रिया के दौरान उन्हें ध्यान में आया कि कुछ ऐसे लोगों को भी इस सिस्टम से जोड़ना चाहिए जो सरकार के कार्यों में सेवा भाव से अपना योगदान दें। इसी सोच को ध्यान में रखककर समर्पण पोर्टल की शुरूआत की गई। आज सेवानिवृत कर्मचारियों का एक बहुत बड़ा वर्ग है, जो समाज के हित में अपना बचा हुआ समय लगाना चाहता है। ऐसे लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाकर इस सेवा भाव के यज्ञ में शामिल हो सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में वॉलंटियर्स के लिए एक पोर्टल बनाया था। इस पोर्टल पर 70 हजार वॉलंटियर्स ने रजिस्ट्रेशन किया था। सरकार ने इन सभी की सूची जिलों में भेजी और जिला उपायुक्त ने इन्हें काम सौंपे। लोगों ने सेवाभाव से इसमें बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इसी तरह अब समर्पण पोर्टल पर बड़ी संख्या में जुड़कर सामाजिक कार्यों में योगदान देने की जरुरत है। इसके लिए समाज के हर वर्ग को आगे आना चाहिए।
जल्द दी जाएगी सभी वॉलंटियर को जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि समर्पण पोर्टल पर अभी तक रजिस्टर्ड 3500 वॉलंटियर्स को जल्द जिम्मेदारी दी जाएगी। सरकार पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी के चलते परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) का कार्य निरंतर चल रहा है। पीपीपी के अंतर्गत वैरिफिकेशन का सर्वे भी जारी है। इस सर्वे को और अधिक मजबूत करने के लिए समर्पण पोर्टल पर रजिस्टर्ड कुछ वॉलंटियर्स की मदद ली जाएगी। इसी तरह भविष्य में अलग-अलग कार्यों में जहां इनकी जरुरत महसूस होगी, वहां कार्यों का दायित्व भी सौंपा जाएगा। धीरे-धीरे यह टीम कार्य करेगी तो प्रेरणाभाव से और वॉलंटियर्स भी इस पोर्टल से जुड़ने के लिए आगे आएंगे। इस बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी.उमाशंकर, प्रिंसिपल ओएसडी नीरज दफ्तुआर, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. अमित अग्रवाल, विदेश सहयोग विभाग के प्रधान सचिव योगेंद्र चौधरी, सचिव वित्त-सह-सलाहकार सोफिया दहिया एवं प्रदेशभर के अलग-अलग जिलों से आए समर्पण पोर्टल के वॉलंटियर्स मौजूद रहे।