CHANDIGARH: भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव मनोज जोशी ने आभासी मंच पर सीआईआई एग्रो एंड फूड टेक 2020 में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के लिए ‘नए सामान्य’ की चुनौतियों पर सम्मेलन में कहा, “महामारी ने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को फिर से ध्यान में लाया है।
‘मंत्रालय की प्राथमिकताएं तय करते हुए जोशी ने जोर देकर कहा कि हमें भारत के खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए उद्योग की भागीदारी के साथ कहीं अधिक संगठित दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है ।
उन्होंने घरेलू और वैश्विक रेडी-टू-ईट बाजार को पूरा करने के लिए उद्योग के मूल्य श्रृंखला दृष्टिकोण को अपनाने के फायदों पर प्रकाश डाला और खाद्य प्रसंस्करण को बढ़ाने के लिए सूक्ष्म खिलाडिय़ों को सही उत्पाद पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला ।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास के सीईओ मयूर माहेश्वरी ने खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में उत्तर प्रदेश द्वारा प्रदान किए जाने वाले अवसरों के बारे में विस्तार से बताया।उन्होंने हितधारकों को राज्य की विकास गाथा का हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित किया और उनका स्वागत किया ।
सीआईआई उत्तरी क्षेत्र के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक त्रिवेणी टर्बाइन लिमिटेड निखिल साहनी ने सीओवीडी-19 के मद्देनजर खाद्य मूल्य श्रृंखला में स्वच्छता, स्वच्छता, जोखिम आकलन और स्थिरता की ओर बढ़ते ध्यान पर प्रकाश डाला ।
नेस्ले इंडिया लिमिटेड के सीएमडी सुरेश नारायणन ने अपने संबोधन में कहा, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के लिए ‘नया सामान्य’ भारत को पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिस्पर्धी लाभ के मुख्य क्षेत्रों में नए अवसर और आयाम प्रदान करता है।
उन्होंने खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसानों की आय बढ़ाने के लिए कुशल पिछड़े संपर्क स्थापित करने के महत्व पर जोर दिया जिससे सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में भी मदद मिलेगी ।