CHANDIGARH: शहर में चल रहे कोरोना टीकाकरण के दौरान आज एक कैंप को लेकर आयोजक और कांग्रेस पार्षद आपस में भिड़ गए। एल.आई.जी रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर-40-सी ने कांग्रेस पार्षद गुरबख्श रावत पर कोविड टीकाकरण कैम्प के लिए सेक्टर-16 के अस्पताल से आई गाड़ी को रोकने और कैंप के आयोजन में रुकावट पैदा करने का आरोप लगाया है। एसोसिएशन ने कांग्रेस पार्षद पर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए इस कैंप का श्रेय लेने की कोशिश करने का भी आरोप लगाते हुए कांग्रेसी पार्षद के व्यवहार की कड़ी निंदा की है।
सेक्टर-40-सी में हुआ विवाद
बताया जाता है कि एल.आई.जी रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर-40-सी की तरफ से आज चेयरमैन एम.एस. रावत वाइस प्रेसीडेंट एम.एल.राणा, जे.एस. सुदियाल, फाइनेंस सेक्रेटरी रवि रावत, सुभाष बावा, शक्ति चंद के नेतृत्व में कोविड टीकाकरण कैम्प का आयोजन शिव शक्ति मंदिर सेक्टर-40-सी में किया गया। एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि कांग्रेस की स्थानीय वार्ड पार्षद एवं चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस की प्रवक्ता गुरबख्श कौर रावत ने पूरी कोशिश की कि यह कैंप सफल न हो। इसके लिए गुरबख्श रावत ने जनरल हॉस्पिटल सेक्टर-16 द्वारा भेजी गई गाड़ी को कम्युनिटी सेंटर सेक्टर-40 में जबरदस्ती रोक लिया और हॉस्पिटल प्रशासन पर दबाव बनाया कि यह कैम्प मैं लगाऊंगी।
दूसरी टीम आने पर ढाई घंटे बाद शुरू हो सका कैंप
एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि कांग्रेसी पार्षद की इस दादागीरी की वजह से मंदिर में कोरोना टीका लगवाने आए लोगों को बहुत परेशानी हुई। इस स्थिति में सेक्टर-16 हॉस्पिटल द्वारा दूसरी टीम शिव शक्ति मन्दिर में टीकाकरण कैम्प के लिए भेजी गई। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि जो कैम्प सुबह 9 बजे शुरू होना था, वह कांग्रेसी पार्षद की इस दादागीरी के कारण 11.30 बजे शुरू हो पाया। इस सबके बावजूद जनता का पूरा सहयोग मिला और करीब 180 लोगों ने कोरोना वैक्सीन लगवाई। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि इस कैंप को सफल बनाने में मुख्य अतिथि मेयर रविकान्त शर्मा, चंडीगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद, जिला अध्यक्ष रविन्दर पठानिया, जिला महामंत्री रवि रावत, भाजपा मेडिकल सैल के प्रधान प्रिंस भदूला का पूरा सहयोग मिला।