CHANDIGARH: नगर निगम के सफाई कर्मियों की जीपीएस घड़ियों का मामला अभी सुलझा नहीं कि निगम की सेनीटेशन कमेटी के एक ताजा फैसले ने सफाई कर्मचारियों को फिर भड़का दिया है। हर वार्ड में सफाई कर्मियों की लिस्ट इलाका पार्षद को देने व पार्षद द्वारा उनके काम को चेक करने के सेनीटेशन कमेटी के फैसले के खिलाफ सफाई कर्मियों ने मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है।
फिर अधिकारियों की क्या जरूरत ?
सफाई कर्मचारी यूनियन एमसी चंडीगढ़ के पूर्व प्रधान एवं सफाई कर्मचारी संघर्ष समिति के अध्यक्ष कृष्ण कुमार चड्ढा व प्रदेश महासचिव ओमपाल सिंह चावर के नेतृत्व में सेक्टर-17 में आज हुई एक मीटिंग में वाल्मीकि समाज व सफाई कर्मचारी संघर्ष समिति ने सेनीटेशन कमेटी के फैसले की कड़ी निंदा की। मीटिंग में कहा गया कि यदि वार्ड में पार्षद ही सफाई कर्मियों को चेक करेंगे तो फिर चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर, इंस्पेक्टर, सेनेटरी जमादार व संबंधित विभाग के अधिकारियों की क्या जरूरत है ?
निगम चुनाव में भाजपा को भुगतना पड़ेगा खामियाजा
मीटिंग में निर्णय लिया गया कि यदि सफाई कर्मियों को जीपीएस घड़ियों से निजात नहीं दिलाई गई तथा सेनीटेशन कमेटी के फैसले को वापस नहीं लिया गया तो वाल्मीकि समाज तथा सभी सफाई कर्मचारी सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। साथ ही इसका खामियाजा नगर निगम में काबिज भाजपा को इस साल होने वाले निगम चुनाव में भी भुगतना पड़ेगा।