CHANDIGARH, 3 JANUARY: गांधी स्मारक निधि चंडीगढ़ के केंद्र गांधी स्मारक भवन सैक्टर 16 A में गांधी स्मारक प्राकृतिक चिकित्सा समिति नई दिल्ली के संयुक्त सचिव डॉ. आदित्य भारद्वाज एवं डॉ. परितोष मलिक ने दौरा किया। गांधी स्मारक निधि चंडीगढ़ के ट्रस्टी मंडल ने उनको सम्मानित किया। डॉ. आदित्य भारद्वाज एवं डॉ. परितोष मलिक ने बताया कि उनका देश भगत यूनिवर्सिटी मंडी गोविंदगढ़ (पंजाब) के साथ यह MOU (Memorandum Of Understanding) हुआ है। अब NDDY डिप्लोमा करने वाले छात्र इस विश्वविद्यालय से एडवांस डिप्लोमा इन नैचुरोपैथी एवं योग में एक वर्ष का कोर्स कर सकते हैं। देशभगत विश्वविद्यालय ने गांधी स्मारक प्राकृतिक चिकित्सा समिति के अध्यक्ष लक्ष्मी दास एवं सचिव डॉ. पुनीत मलिक को इस कार्य की जिम्मेदारी दी है।
डॉ. आदित्य भारद्वाज एवं डॉ. परितोष मलिक ने प्राकृतिक चिकित्सा के बारे में बताते हुए कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा इतनी सरल है कि हमें सीख कर हर व्यक्ति इससे अपने घर पर उपचार कर सकता है। इसके मूल तत्व पृथ्वी, आकाश, वायु, जल और अग्नि हैं। इनके द्वारा ही हम अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति इस देश के लिए कोई नई पद्धति नहीं है। प्राचीन काल से इस पद्धति का प्रयोग हो रहा है। यदि प्राकृतिक चिकित्सा का अनुसरण किया जाए तो बीमारियां आएगी ही नहीं। प्राचीन काल में लोग प्राकृतिक जीवन, योगासन आदि से अपने स्वास्थ्य की रक्षा कर लिया करते थे। यदि कोई तकलीफ होती थी तो वह उपवास, पंचकर्मा और पथ्य से ठीक हो जाती थी। उन्होंने आगे बताया कि गांधी स्मारक निधि चंडीगढ़ सैक्टर 16 A में NDDY की परीक्षा के लिए प्रवेश शुरू हो चुका है तथा गांधी स्मारक भवन सैक्टर 16 A चंडीगढ़ प्रवेश ले सकते हैं। इस अवसर पर डॉ. डोगरा, ईश्वर अग्रवाल, भूपेंद्र शर्मा, नरेश शर्मा, योगेश बहल, पापिया चक्रवर्ती, आनंद राव, अमित, विक्की एवं महेंद्र इत्यादि उपस्थित थे।