अब पक्षियों को खाना मुहैया करवाएगा जे.के.एम. वेल्फेयर फाउंडेशन

CHANDIGARH: जे.के.एम. वेल्फेयर फाउंडेशन, गैर लाभकारी सामाजिक संगठन ने आज नवरात्रों के प्रथम पावन दिवस के मौके पर सैक्टर  17 चंडीगढ़ में पक्षियों को भोजन मुहैया कराने की अनोखी आजीवन चलने वाली मुहिम को अमलीजामा पहनाया।

इस फीड द बर्ड नाम के इस खास अभियान का उद्घाटन फाउंडेशन के चेयरमैन सतपाल शर्मा ने पक्षियों को सतनाजा डाल कर किया। इस मौके पर उनके साथ धन्वंतरि धाम के संस्थापक एवं जाने माने समाज सेवक सुभाष गोयल भी उपस्थित थे। गोयल ने फाउंडेशन द्वारा पक्षियों के लिए चलाये गये इस खास अभियान के लिए  100 कि.ग्राम सतनाजा दान में दिया है। इस मौके पर फाउंडेशन के चेयरमैन सतपाल शर्मा ने गोयल का धन्यवाद करते हुए कहा कि गोयल जैसे दानी सज्जनों की वजह से वे इस फीड द बर्ड मुहिम को साकार रूप दे पाये हैं।

उन्होंने विश्वास दिलाया कि उनकी फाउंडेशन उक्त मुहिम को न केवल आजीवन चलायेगी बल्कि इसे ट्राइसिटी के अलावा देश के विभिन्न राज्यों के अलग अलग हिस्सों तक ले कर भी जायेगी ताकि उनकी यह मदद दूर दराज के क्षेत्रों के उन बेजुबान पक्षियों तक भी पहुंच सकें जो बोलकर किसी को अपनी भूख का इजहार नहीं कर सकते।

इस मौके पर सुभाष गोयल ने पक्षियों को सतनाजा भेंट करते हुए फाउंडेशन के इस प्रयास की प्रशंसा करते हुए कहा कि हमारे धार्मिक ग्रंथों में पक्षियों को दाना डालने की बात कही गई है वैसे भी मेरे अपने माता-पिता और दादा-दादी भी पक्षियों को बाजरा व सतनाजा डाला करते थे मैं तो उनके द्वारा दिखाये गये मार्ग पर चलने का प्रयास मात्र कर रहा हूं।

इस लघु कार्याक्रम में रोटरी क्लब सिटी ब्युटिफुल के अध्यक्ष रोटेरियन वैभव गर्ग और सचिव रोटेरियन प्रीतिश गोयल ने भी शिरकत की और फाउंडेशन को फीड द बर्ड अभियान के लिए खास तौर पर 30 कि.ग्राम सतनाजा मुहैया करवाया।

रोटेरियन वैभव ने कहा कि फाउंडेशन का उक्त अभियान काबिले तारीफ है और हमारा क्लब हर हाल में उनकी मदद करने के लिए तत्पर रहेगा, जबकि रोटेरियन प्रीतिश गोयल ने कहा कि आज हम सब मानवीय मदद की बातें तो करते हैं मगर पक्षियों की मदद के लिए कोई आगे नहीं आता और मैं इस जे.के.एम.वेल्फेयर फाउंडेशन के संस्थापक चेयरमैन सतपाल शर्मा का तहेदिल से शुक्रिया अदा करता हूं कि जिन्होंने पक्षियों के लिए कुछ कर गुजरने की न केवल सोची बल्कि उसे साकार करके ही दम लिया। गोयल ने कहा कि उनसे निजी तौर पर भी भविष्य में पक्षियों के लिए जो कुछ बन पड़ेगा, वे जरूर करेंगे।

error: Content can\\\'t be selected!!