CHANDIGARH: पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय ने आज गूगल के द्वारा समस्त मतदाता रजिस्ट्रेशन अधिकारियों (ई.आर.ओ.) के साथ ई-ऐपिक (इलेक्ट्रॉनिक इलैक्टोरल फोटो आइडेंटिटी कार्ड) प्रोग्राम की एक समीक्षा मीटिंग की।
इस समीक्षा मीटिंग का मुख्य उद्देश्य फील्ड अधिकारियों को ई-ऐपिक को अधिक से अधिक डाउनलोड करने के लिए और अधिक सक्रिय करना है, जोकि नौजवानों और नये वोटरों के लिए वैकल्पिक सुविधा है।एक महत्वपूर्ण पहलकदमी के तौर पर भारतीय चुनाव आयोग की तरफ से 25 जनवरी, 2021 को राष्ट्र्रीय मतदाता दिवस पर ई-ऐपिक की औपचारिक शुुरूआत की गई थी। यह मोबाइल पर या सेल्फ प्रिंटेबल रूप में कम्प्यूटर पर डाउनलोड किया जा सकता है। इस तरह कोई भी वोटर अपना कार्ड अपने मोबाइल पर स्टोर कर सकता है, डिजी लॉकर पर अपलोड कर सकता है या इसको प्रिंट कर सकता है और ख़ुद ही लैमीनेट भी कर सकता है। ई-ऐपिक डिजिटल फॉर्मेट में इलैक्टोरल फोटो आइडेंटिटी कार्ड प्राप्त करने का एक वैकल्पिक और तेज ढंग है और इस तरह नौजवानों को वोटरों के तौर पर रजिस्टर करने के लिए प्रेरित करने का यह एक बढिय़ा प्रयास है।
पंजाब की अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी माधवी कटारिया, आई.ए.एस., ने सभी ई.आर.ओज को ई-ऐपिक डाउनलोड करने की प्रक्रिया में तेज़ी लाने के लिए ज़रुरी उपायों सम्बन्धी जानकारी दी। उन्होंने ई.आर.ओज से अपील करते हुए कहा कि वह विशेषकर शैक्षिक संस्थानों के चुनावी साक्षरता क्लबों (ई.एल.सी.) और कॉलेजों और यूनिवर्सिटियों में कैंपस राजदूतों पर ध्यान केन्द्रित करें।
ई.आर.ओ. को यह भी बताया गया कि महीने के सर्वोत्त्म ई.आर.ओ. का चयन करने के लिए निर्धारित फॉर्मेट में उनकी मासिक कारगुज़ारी की समीक्षा की जायेगी और राष्ट्रीय मतदाता दिवस (एन.वी.डी)-2022 के दौरान साल में तीन शीर्ष ई.आर.ओज़ को सम्मानित किया जायेगा। समीक्षा मीटिंग में यह भी विचारा गया कि आम लोगों की सुविधा के लिए ई.आर.ओ स्तर पर ई-ऐपिक कियोस्क स्थापित किये जाएंगे और मुख्य कार्यालयच द्वारा दूसरी गतिविधियों तक पहुँच बनाने के लिए कैनोपियां भी मुहैया करवाई जाएंगी। पंजाब में जि़ला स्तर पर कियोस्क पहले ही स्थापित किये जा रहे हैं।