CHANDIGARH, 17 FEB: भारतीय रेलवे अपने उत्कृष्टता के मार्ग की ओर सदैव अग्रसर है। इसी क्रम में रेलवे ने अपने ग्राहकों को एक और बड़ी सेवा प्रदान की है। दरअसल, भारतीय रेलवे ने भारतीय डाक के सहयोग से डोर टू डोर रेलवे पार्सल की पिक-अप और डिलीवरी सेवा शुरू की है। इस सेवा का नाम है ‘रेल पोस्ट गति शक्ति एक्सप्रेस कार्गो सेवा।’
अब आपके घर से पार्सल लेने आएगा रेलवे
इस सेवा का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि अब ग्राहकों को रेलवे से बुक किए गए पार्सल के पिकअप या डिलीवरी के लिए रेलवे स्टेशन जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यानि ग्राहक का पार्सल खुद उसके पास चलकर आ जाएगा।
‘रेल पोस्ट गति शक्ति एक्सप्रेस कार्गो सेवा’ से मिलेगी ये सेवा
भारतीय रेलवे ने अपनी ‘रेल पोस्ट गति शक्ति एक्सप्रेस कार्गो सेवा’ के जरिए ग्राहकों को यह बेहतरीन सुविधा प्रदान की है। अब जब रेलवे पार्सल की डिलीवरी आपके घर तक हो जाएगी तो संभवत: इससे बड़ी परेशानियां तो दूर होंगी ही साथ ही रेल सेवाओं में भी विस्तार होगा। आप सोच में तो पड़ गए होंगे कि, यह कैसे संभव हो पाएगा ? तो चलिए विस्तार से बताते हैं ‘रेल पोस्ट गति शक्ति एक्सप्रेस कार्गो सेवा’ के बारे में…
भारतीय रेलवे और भारतीय डाक के बीच साझेदारी की बड़ी पहल
गौरतलब हो, भारतीय रेलवे ने देश में सेवा क्षेत्र के लिए निर्बाध रसद प्रदान करने के लिए रेल पोस्ट गति शक्ति एक्सप्रेस कार्गो सेवा शुरू की है। कार्गो सेवा भारतीय रेलवे और भारतीय डाक के बीच साझेदारी की एक पहल है। यह देश में सेवा क्षेत्र के लिए सहज रसद प्रदान करने में मदद करेगी।
इंडिया पोस्ट ग्राहक के दरवाजे पर माल उठाएगा और रेलवे स्टेशन तक पहुंचाएगा
रेल पोस्ट गति शक्ति एक्सप्रेस कार्गो सेवा के तहत इंडिया पोस्ट ग्राहक के दरवाजे पर माल उठाएगा और रेलवे स्टेशन तक पहुंचाएगा। इसके बाद, गंतव्य रेलवे स्टेशन पर, इंडिया पोस्ट माल को गंतव्य पते के दरवाजे पर पहुंचाएगा। यानि कि ग्राहक परिसर में पार्सल के पिकअप से लेकर डिलीवरी तक संपूर्ण रसद सेवा प्रदान की जाएगी।
इसकी शुरुआत चार क्षेत्रों में की गई है
फिलहाल, ‘रेल पोस्ट गति शक्ति एक्सप्रेस कार्गो सेवा’ चार क्षेत्रों में शुरू हो गई है, जिनमें-दिल्ली से कोलकाता, बेंगलुरु से गुवाहाटी, सूरत से मुजफ्फरपुर और हैदराबाद से हजरत निजामुद्दीन के लिए ग्राहकों को सेवा का लाभ मिलेगा।
पहले चरण में कुल 15 क्षेत्रों में इस सेवा की शुरुआत करने की है तैयारी
हालांकि, पहले चरण में कुल 15 क्षेत्रों (अनुबंध-ए में उल्लिखित) को शामिल करने की योजना बनाई गई है। इससे स्पष्ट है कि भारतीय रेलवे आगे इस सेवा को और अधिक विस्तार देने वाली है। आपकी जानकारी के लिए बता दें, 31 मार्च 2022 को ‘ताप्ती गंगा एक्सप्रेस’ के साथ एक वीपीयू जोड़कर सूरत से वाराणसी तक एक पायलट साप्ताहिक सेवा शुरू की गई थी। 2022-23 में बजट घोषणा के बाद, सूरत से कपड़ा खंड पर अवधारणा का प्रमाण आयोजित किया गया है और आज सिंगल पार्सल वैन मोड पर 99 परीक्षण और पूर्ण ट्रेन लोड मोड पर 16 परीक्षण करने के बाद, रेलवे ने इस संयुक्त पहल को पूरे देश में शुरू करने का फैसला किया है।
लोडिंग की नहीं होगी कोई निश्चित बाध्यता
ग्राहकों को इस सेवा के जरिए लोडिंग को लेकर भी काफी लाभ मिलेगी। इसमें ग्राहक 100 किलोग्राम के छोटे लोड को भी बुक कर सकते हैं। यानि रेलवे ने अपने पार्सल लोड की मात्रा को लचीला बनाया है। इसके लिए वहनीय टैरिफ प्रथम मील और अंतिम सेवा शुल्क 6/- रुपए प्रति किलोग्राम तय किया गया है जो मौजूदा सड़क दरों की तुलना में ग्राहकों को प्रतिस्पर्धी और लागत प्रभावी समाधान देता प्रदान करता है।
एक मोबाइल एप JPP से भी मिलेगा सेवा का लाभ
इसके अलावा एक मोबाइल एप विकसित किया जाएगा। एप के माध्यम से माल की बुकिंग के साथ-साथ ऑनलाइन भुगतान भी किया जा सकेगा। इसके साथ ही इस एप के माध्यम से आप सामान की लाइव ट्रैकिंग भी कर सकेंगे।
सेवा के मुख्य आकर्षण ‘टोटल लॉजिस्टिक सर्विस’
ग्राहक के परिसर में पिकअप और डिलीवरी, पैलेटाइजेशन- यानि ढके हुए और सील बंद बक्सों के माध्यम से परिवहन, सेमी-मैकेनाइज्ड हैंडलिंग, टाइम टेबल्ड सर्विस, कार्गो के घोषित मूल्य के 0.05% पर बीमा हानि, क्षति और गिरावट, एकीकृत पार्सल मार्ग विधेयक आदि इस पहल को आगे बढ़ाने के लिए डाक और रेलवे के बीच संयुक्त मार्केटिंग टीम बनाई गई है। मूल्य निर्धारण की स्लैब प्रणाली को खत्म करना यहां एक नवीनता है।
वित्त वर्ष 2022-23 की बजट घोषणा के अनुपालन में की गई है पहल
आपकी जानकारी के लिए बता दें यह पहल वित्तीय वर्ष 2022-23 की बजट घोषणा के अनुपालन में की गई है। इस प्रकार भारतीय रेल और इंडिया पोस्ट ने अपनी संयुक्त पार्सल सेवा 16 फरवरी 2023 से विधिवत रूप से शुरू कर दी है।