आरोपी के कब्जे से चार विदेशी पिस्टल व 10 कारतूस बरामद
CHANDIGARH, 1 OCTOBER: हरियाणा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स अम्बाला की टीम द्वारा लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक कुख्यात ईनामी गैंगस्टर को भारी मात्रा में विदेशी हथियार व कारतूस सहित गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
आज एसटीएफ अंबाला की टीम मोस्ट वांटेड अपराधियों की तलाश हेतु थाना सदर करनाल के एरिया में मौजूद थी। उसी समय टीम को विश्वसनीय सूचना प्राप्त हुई की लॉरेंस ग्रुप के अंकुश कमालपुर गैंग का सक्रिय सदस्य व उसके गैंग के हथियारों का मेन सप्लायर गांव जांबा थाना निगदु जिला करनाल निवासी मुकेश पंजाब में पाकिस्तान बॉर्डर के साथ लगते एरिया से ड्रोन के जरिये पाकिस्तान से आये भारी मात्रा में विदेशी अवैध हथियार लेकर आया है।
प्राप्त सूचना के आधार पर टीम द्वारा मौके पर दबिश दी गई और मुठभेड़ के बाद आरोपी मुकेश को काबू किया गया। आरोपी के कब्जे से कुल 4 अवैध विदेशी पिस्तौल, खाली खौल व दस कारतूस बरामद किये गये। इस संबंध में आरोपी के खिलाफ थाना सदर करनाल में थाना 307 आईपीसी व आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया ।
आरोपी से प्रारंभिक पूछताछ व अन्य विश्वसनीय साक्ष्यों के आधार पर जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी मुकेश के बब्बर खालसा ग्रुप, लॉरेंस ग्रुप वा अंकुश कमालपुर गैंग से संबंध हैं। आरोपी द्वारा उपरोक्त हथियार विदेश में बैठे गैंगस्टर दमनजोत सिंह उर्फ काहलों व वीरेन्द्र साम्बी के माध्यम से ड्रोन द्वारा पाकिस्तान से मंगवाए थे। जोकि दोनों ही गैंगस्टर लखवीर सिंह उर्फ लण्डे के हैंडलर हैं और दोनों ही गैंगस्टर फिलहाल विदेशों में बैठे हैं। जाँच में यह भी खुलासा हुआ कि आरोपी नामी गैंगस्टर व अन्य आतंकियों के कहने पर अपनी गैंग के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर गैंगस्टर नीरज पुनिया के भाई बृजपाल व प्रहलाद खाटवा वासी अवोहर का मर्डर करना था। आरोपी मुकेश को देश विरोधी गतिविधियों को संचालित करने के लिए विदेश में बैठे वीरेंद्र साम्भी द्वारा फंडिंग हो रही थी।
आरोपी के ऊपर हरियाणा पुलिस विभाग की तरफ से इनाम भी घोषित किया गया था। आरोपी के खिलाफ हरियाणा व पंजाब में हत्या का प्रयास करने, लूट, फिरौती मांगने, शस्त्र अधिनियम व आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त रहने के कुल 9 मामले दर्ज हैं। आरोपी आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहने के पंजाब में दर्ज मामले में फरार चल रहा था। आरोपी को पेश अदालत करके पुलिस रिमांड पर लिया जायेगा। दौराने रिमांड आरोपी से गहनता से पूछताछ की जाएगी व आरोपी के अन्य साथियों को गिरफ्तार जाकर मामले का खुलासा किया जायेगा।