सेक्टर-23 में कई दिनों से मरे हुए चमगादड़ को हटाने के लिए तैयार नहीं कोई विभाग, सुभाष चावला ने की अधिकारियों की आलोचना

इसी सेक्टर में स्थित सरकारी नर्सरी में हजारों चमगादड़ों का है डेरा, स्थानीय रिहायशियों में दहशत का माहौल

CHANDIGARH: सेक्टर 23-24-36-37 के चौक के पास सेक्टर-23 के रिहायशी क्षेत्र में मरा हुआ चमगादड़ पिछले पंद्रह दिनों से बिजली की तारों पर लटका हुआ है। स्थानीय निवासियों ने इस बाबत बिजली विभाग, सफाई विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस व फायर ब्रिगेड से लेकर नगर निगम एवं प्रशासन के अधिकारियों को शिकायत भेजी परन्तु कोई भी इसे हटाने को तैयार नहीं है। यहीं के निवासियों विक्रम व इंदरजीत ने बताया कि अब तो इस मृत पक्षी के शरीर में से मवाद सा भी नीचे गिरने लगा है,जिससे बीमारी फैलने का भय उत्पन्न हो गया है परन्तु कोई सुनने वाला नहीं है।

चावला ने दी संघर्ष की चेतावनी
पूर्व महापौर व स्थानीय पार्षद रहे सुभाष चावला ने कोई सुनवाई न किए जाने पर अधिकारियों को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि ये सर्वविदित है कि जानलेवा वैश्विक कोरोना महामारी चमगादड़ों से ही फैली है। फर भी इस पर अफसरों का न चेतना बेहद निंदनीय व शर्मनाक है। उन्होंने मरे हुए चमगादड़ को तत्काल हटाने की मांग करते हुए कहा कि इसे जल्द न हटाया गया तो उन्हें संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ेगा।

प्रशासन सरकारी नर्सरी का नाम बैट गार्डन रख दे: चावला
पूर्व मेयर सुभाष चावला ने कहा कि इसी सेक्टर में स्थित सरकारी नर्सरी में हजारों चमगादड़ों का डेरा है, जिससे स्थानीय रिहायशियों में दहशत का माहौल बना रहता है। चावला ने कहा कि उन्होंने खुद भी इन पक्षियों से स्थानीय निवासियों को निजात दिलाने की गुहार अधिकारियों से लगाई थी परन्तु उन्हें जवाब मिला कि उन पर पशु-पक्षियों के विरुद्ध क्रूरता क़ानून के तहत कार्रवाई हो जाएगी। चावला ने कहा कि यदि इन्हें नहीं हटाया जा सकता तो प्रशासन इस नर्सरी का नाम पीकॉक गार्डन (सेक्टर-39) व बटरफ्लाई गार्डन (सेक्टर-26) की तरह बैट (चमगादड़) गार्डन ही रख दे।

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