CHANDIGARH: हरियाणा में डेयरी क्षेत्र को और बढ़ावा देने तथा वीटा को उत्तर भारत में एक अग्रणी ब्रांड बनाने के लिए हरियाणा डेयरी विकास सहकारी प्रसंघ लिमिटेड (एचडीडीसीएफ) ने अपने वितरकों, बूथ धारकों और डेयरी किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए विभिन्न योजनाओं की घोषणा की है।
सहकारिता मंत्री बनवारी लाल ने बताया कि घोषित योजनाओं में वीटा मिल्क वितरकों के लिए प्रोत्साहन शामिल है। यह प्रोत्साहन 10 पैसे से 25 पैसे प्रति लीटर तक होगा और यह उन वितरकों को दिया जाएगा, जो औसत बिक्री से 5 से 15 प्रतिशत अधिक बिक्री के लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य बिक्री में वृद्धि करना और कोरोना महामारी के कारण विपरीत परिस्थितियों से गुजर रहे वितरकों को राहत प्रदान करना है।
उन्होंने कहा कि एक अन्य पहल करते हुए प्रसंघ ने वीटा बूथों पर ताजा सब्जियों और फलों की बिक्री की अनुमति दी है। ग्राहकों और बूथ मालिकों की लंबे समय से मांग को पूरा करते हुए ताजा सब्जियां और फल अब 1 अक्तूबर, 2020 से वीटा बूथों पर उपलब्ध होंगे।
सहकारिता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बताया कि यह पहल ओवरहॉलिंग रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य वीटा बूथों पर ग्राहकों की संख्या में वृद्धि करना और लाभ को बढ़ाना है। उन्होंने बताया कि महिला सशक्तीकरण पर अधिक बल देते हुए, हरियाणा डेयरी विकास सहकारी प्रसंघ लिमिटेड ने बूथ आवंटन नीति में महिलाओं और युद्ध में शहादत प्राप्त सैनिकों की विधवाओं के लिए 15 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की है। इस पहल से महिलाओं को पर्याप्त अवसर प्रदान होंगे, जो राज्य सरकार की महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में एक कदम साबित होगा। साथ ही, बूथ आवंटन में दिव्यांगों (सभी प्रकार की दिव्यांगता) के लिए 15 प्रतिशत और दुग्ध उत्पादकों के वार्ड के लिए 20 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की गई है।
उन्होंने बताया कि उक्त योजनाओं के साथ-साथ प्रसंघ अपने सदस्यों का विस्तार करने के लिए भी तैयार है। वर्तमान में, हरियाणा डेयरी विकास सहकारी प्रसंघ लिमिटेड 3300 से अधिक सक्रिय दुग्ध सहकारी समितियां हैं, जिनसे राज्य के 1 लाख डेयरी किसान जुड़े हुए हैं। प्रसंघ का लक्ष्य इस नेटवर्क का विस्तार करना है, जिसके लिए पहले ही आवेदन आमंत्रित किए जा चुके हैं। इस पहल से दूध की खरीद बढ़ाने और ज्यादा से ज्यादा डेयरी किसानों को कवर करने में मदद मिलेगी।
हरियाणा डेयरी विकास सहकारी प्रसंघ लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री ए. श्रीनिवास ने बताया कि प्रसंघ वीटा ब्रांड को और पहुंच दिलाने और बिक्री बढ़ाने के लिए विभिन्न पहलुओं पर भी काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि ग्राहक आने वाले महीनों में वीटा उत्पादों की उत्पाद रेंज, गुणवत्ता और पैकेजिंग में बदलाव देखेंगे।