विजीलैंस ने जांच के लिए अदालत से सात दिन का पुलिस रिमांड लिया
CHANDIGARH: पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने गाँव सूंक, तहसील माजरी, जि़ला एस.ए.एस. नगर में शमलात ज़मीन के हिस्सों के विभाजन सम्बन्धी घपलेबाज़ी करने के दोषों के तहत 8 दोषियों के खि़लाफ़ मुकदमा दर्ज करके एक नायब तहसीलदार, पटवारी और प्रोपर्टी डीलर शाम लाल गुज्जर और गुरनाम सिंह नंबरदार को गिरफ़्तार कर लिया गया है।
इन गिरफ़्तार दोषियों को आज मोहाली की विशेष अदालत में पेश किया गया जहाँ अदालत की तरफ से दोषियों का 7 दिन का पुलिस रिमांड दे दिया गया है।
इस संबंधी जानकारी देते हुये पंजाब विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि यह मुकदमा और दोषियों की गिरफ़्तारी एफ.आई.आर. नंबर 13 तारीख़ 02 -11 -2020 अ /ध 409, 420, 465, 466, 467, 471, 120-बी आई.पी.सी. और 7, 7(ए) भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के तहत विजीलैंस इन्नकुआरी की पड़ताल के उपरांत की गई है।
विवरण देते हुये उन्होंने बताया कि उक्त केस की जांच के दौरान दस्तावेज़ों से पाया गया है कि गाँव सूंक की शामलात संबंधी ए.डी.सी. (विकास) की तरफ से तारीख़ 01-07 -2016 के फ़ैसले अनुसार उस वक्त के नायब तहसीलदार माजरी वरिन्दरपाल सिंह धुत, काननूगो रघवीर सिंह और पटवारी इकबाल सिंह की तरफ से शाम लाल प्रोपर्टी डीलर, गुरनाम सिंह नंबरदार और ओर प्रोपर्टी डीलरों आदि के साथ मिल कर ज़मीन के हिस्सों के विभाजन सम्बन्धी इंतकाल दर्ज किये गए परन्तु इंतकाल करते समय इन व्यक्तियों की तरफ से 1295 एकड़ ज़मीन के विभाजन में से गाँव सूंक के 24 हिस्सेदार, जिनमें बलजीत कौर पत्नी किशन सिंह, नसीब सिंह पुत्र गंगा सिंह, बंता सिंह पुत्र चन्नण सिंह, उजागर सिंह पुत्र ठाकुर सिंह आदि के तकरीबन 117 एकड़ ज़मीन के हिस्से कम कर दिए गए जबकि कई ऐसे हिस्सेदार भी जोड़ दिए जो इस गाँव के निवासी ही नहीं हैं इनमें राम कृष्ण पुत्र छित्तरू राम, कुलविन्दर सिंह पुत्र हज़ारा सिंह शामिल हैं जिनके हिस्से अधिक पाये गए हैं।
इस तरह ज़मीन के हिस्सों को बढ़ाने -घटाने के कारण 99 एकड़ 4 कनाल 14.32 मरले का फर्क होना पाया गया है और कई ऐसे हिस्सेदार हैं, जो इस गाँव के निवासी ही नहीं हैं और विजीलैंस पड़ताल के दौरान यह व्यक्ति ट्रेस भी नहीं हुए।
इस इंतकाल के बाद नायब तहसीलदार वरिन्दरपाल सिंह धुत, काननूगो रघवीर सिंह और पटवारी इकबाल सिंह की तरफ से प्रोपर्टी डीलर शाम लाल गुज्जर, तरसेम लाल, बलबीर सिंह, जसविन्दर सिंह, गुरप्रीत सिंह, मनबीर सिंह, काबल सिंह और गुरनाम सिंह नंबरदार के साथ मिल कर यह ज़मीन मुखतैयारनामों के के द्वारा आगे आनंद खोसला, निशान सिंह आदि व्यक्तियों को करोड़ों रुपए में बेच दी गई।
उपरोक्त मुकदमे में दोषियों में से नायब तहसीलदार वरिन्दरपाल सिंह धुत, पटवारी इकबाल सिंह, प्रोपर्टी डीलर शाम लाल गुज्जर और गुरनाम सिंह नंबरदार को गिरफ़्तार कर लिया गया है और अगली जांच जारी है।