Mulayam Singh Yadav Passed Away: GURUGRAM: भारतीय राजनीति में धरती पुत्र कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का आज सुबह निधन हो गया। उन्होंने सुबह 8.16 बजे मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 82 वर्ष के थे। मुलायम सिंह यादव पिछले करीब 18 दिन से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में वेंटिलेटर पर थे। पिछले रविवार से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद सपा कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई है। सपा कार्यकर्ता उन्हें नेताजी के नाम से पुकारते थे। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया है। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत देश के तमाम नेताओं ने भी मुलायम सिंह यादव के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
पहलवान और शिक्षक रहे मुलायम सिंह यादव ने लंबी सियासी पारी खेली। वह तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। केंद्र में रक्षा मंत्री भी रहे। उन्हें बेहद साहसिक राजनीतिक फैसलों के लिए भी जाना जाता है। मुलायम सिंह यादव को 22 अगस्त को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनको एक अक्तूबर की रात को आईसीयू में शिफ्ट किया गया। मुलायम सिंह यादव का मेदांता के डॉक्टरों का एक पैनल इलाज कर रहा था।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और परिवार के अन्य सदस्य उनके साथ ही हैं। दिल्ली से मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर लखनऊ ले जाने की तैयारी है। यहां से पार्थिव शरीर को इटावा ले जाया जाएगा। कल शाम तीन बजे मुलायम सिंह यादव का उनके पैतृक गांव सैफई में अंतिम संस्कार किया जाएगा। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल पहुंचे। मुलायम सिंह यादव के भाई प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने मीडिया को बताया कि मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर 11.30 बजे मेदांता अस्पताल से यमुना एक्सप्रेसवे और आगरा-लखनऊ इक्स्प्रेसवे से होकर करहल कट से सैफई ले जाया जाएगा। उनका अंतिम संस्कार 11 अक्तूबर को अपरान्ह 3 बजे सैफई में होगा। अंतिम दर्शन के लिए आज नेता जी का शव उनके सैफई आवास पर रखा जाएगा और कल सैफई पंडाल में रखा जाएगा।