टूरिज्म हब की राह पर मोरनी: सीएम ने जेट स्कूटर, मोटर ग्लाइडिंग और हॉट एयर बैलून की सवारी की

मुख्यमंत्री ने साहसिक खेल गतिविधियों का किया अवलोकन

CHANDIGARH: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सपने के अनुरूप मोरनी हिल्स क्षेत्र अब टूरिज्म हब बनने की दिशा में आगे बढ गया है। मुख्यमंत्री ने आज टिक्करताल में साहसिक खेल गतिविधियों का अवलोकन कर युवाओं का हौसला बढाने के साथ पंचकूला को सांस्कृतिक, मेडिकल, वन्य जीव एवं अन्य क्षेत्रों में विकसित करने के प्रति प्रतिबद्धता जताई। मुख्यमंत्री ने पैराग्लाईडिंग, हॉट एयर बैलून, पैरासेलिंग, पावर मोटर, ई-हाईड्रोफॉयल, जेट स्कूटर, नौकायन आदि का अवलोकन किया और जेट स्कूटर स्वयं भी चलाई। इस मौके पर केन्द्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया, हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, हरियाणा के पर्यटन मंत्री श्री कंवर पाल, खेल राज्य मंत्री सरदार संदीप सिंह, पंचकूला के महापौर कुलभुषण गोयल भी उपस्थित रहे।

साहसिक खेल गतिविधियों का अवलोकन करने के पश्चात पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि साहसिक खेल गतिविधियों के लिए लोगों को बहुत दूर मनाली आदि क्षेत्रों में जाना पड़ता है। शिवालिक पहाडिय़ों के बीच मोरनी हिल्स एरिया में इस तरह की गतिविधियां शुरू होने से लोगों को न केवल रोमांचक गतिविधियों में शामिल होने का अवसर मिलेगा बल्कि इनसे आसपास के क्षेत्र का आर्थिक विकास भी होगा। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र सांस्कृतिक रूप से समृद्ध रहा है। इस क्षेत्र का  भौगोलिक एवं सामाजिक रूप से प्रचीन इतिहास रहा है।

मिल्खा सिंह के नाम पर होगा पैराग्लाईडिंग क्लब

मुख्यमंत्री ने कहा कि पैराग्लाईडिंग के लिए आसपास के युवाओं को ही प्रशिक्षण दिया जाएगा और इन गतिविधियों के संचालन के लिए क्लब का गठन किया जाएगा। इसका नाम फ्लाईंग सिख मिल्खा सिंह के नाम पर रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि पैराग्लाईडिंग के लिए मोरनी एक बेहद उपयुक्त स्थल साबित होगा। इससे आसपास के गांवों में रोजगार बढेगा और प्रदेश के राजस्व में भी वृद्वि होगी। उन्होंने कहा कि पंचकूला में पर्यटन सूचना केन्द्र बनाया जाएगा। इसके साथ ही यात्री निवास की भी पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी। पंचकूला दर्शन के लिए पांच बसें लगाई जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि साहसिक खेल गतिविधियों में एकदिवसीय 9 ट्रेकिंग रुट भी तैयार कर लिए गए हैं । जल्द ही नाईट स्टे व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देकर दो दिवसीय ट्रेकिंग रूट भी फाईनल किए जाएंगे ।  

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिंजौर में हॉट एयर बैलून का प्रयोग शुरु किया जाएगा। इससे नागरिक न केवल पिंजौर गार्डन बल्कि मोरनी, टिक्कर लेक व पंचकूला के अन्य स्थलों के भी दर्शन कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि हॉट एयर बैलून की सुविधा देश भर में केवल 5-6 स्थानों पर ही थी। पिंजौर में यह सुविधा शुरू होने से यह क्षेत्र पर्यटन के क्षेत्र में अग्रणी बनेगा।

कालका से कलेसर होगा पर्यटन रूट

मुख्यमंत्री ने कहा कि कालका से कलेसर तक का क्षेत्र पर्यटन रूट के रूप में विकसित किया जा रहा है। नाडा साहेब और मनसा देवी तीर्थ स्थलों के विकास के लिए केन्द्र से 49 करोड़ रुपए की राशि मिली है जिससे इन स्थलों पर कार्य करवाए जा रहे हैं । उन्होंने कहा कि आदिबद्री के लिए 52 करोड़ रुपए की राशि मिली है जिससे वहां पर भी कार्य करवाए जा रहे हैं । इस  रूट से मोरनी को भी जोड़ा जा रहा है।  इसमें माधोगढ, लोहगढ में बना किला भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र होगा। टूरिज्म के हिसाब से और स्थानों पर भी गतिविधियां शुरू की जाएंगी। इनमें रानी महल बावड़ी नारनौल, ब्रह्म सरोवर कुरुक्षेत्र, पानीपत, करनाल में भी गतिविधियों को बढावा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा को टूरिज्म के मानचित्र पर अलग पहचान दिलाना है। इसके लिए पर्यटन विभाग निरंतर योजनाओं पर काम कर रहा है।

उन्होंने बताया कि धर्मस्थलों की यात्राओं के लिए पहले से ही कई योजनाएं चल रही हैं जिनमें स्वर्ण जयंती सिंधु दर्शन योजना, नांदेड हजुर साहेब, पटना साहेब आदि शामिल हैं । मुख्यमंत्री ने खर्टिया बड़ी शेर से भोज कोटी सम्पर्क मार्ग पर घग्गर नदी पर पांच स्पैन के पुल का भी उदघाटन किया। इससे आसपास के 10 गांवों को लाभ मिलेगा। पर्यटन विभाग की प्रदर्शनी का भी मुख्यमंत्री ने बारीकी से अवलोकन किया और अधिकारियों से योजनाओं की विस्तृत जानकारी ली।  

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विभिन्न उद्धघाटन व शिलान्यास करने के बाद सबसे पहले टिककरताल में वाटर मोटर स्कूटर (जिसे जेट स्कूटर भी कहा जाता है) का सवारी कर अनुभव लिया। जेट स्कूटर की सवारी के दौरान ही उन्होंने चालक से कुछ टिप्स हासिल किये और फिर स्वयं जेट स्कूटर चलाया और इन खेलों के सुरक्षित होने का संदेश दिया।  मुख्यमंत्री ने कहा कि ये खेल व्यक्ति को अपनी और आकर्षित करते हैं यही  कारण है कि मैं स्वयं को रोक नही पाया । मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने जेट स्कूटर को अपने जीवन मे पहली बार चलाया है।

इसके बाद मुख्यमंत्री ने मोटर ग्लाइडिंग का निरीक्षण किया और स्वयं इसकी राइड ली । इस मौके पर हरियाणा के विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता, पर्यटन मंत्री कंवर पाल गुर्जर, खेल एवं युवा मामले मंत्री संदीप सिंह ने भी मोटर ग्लाइडिंग का आनन्द लिया। दरअसल यह खेल अपने आप में एक जबरदस्त साहसिक गतिविधि है, जिसको देखते ही लोगों के चेहरे खिल उठते हैं।

इसके उपरांत जब मुख्यमंत्री ने हॉट-एयर बैलून में  उड़ान भरी तो उपस्थित ग्रामीणों ने हाथ हिला हिला कर मुख्यमंत्री का अभिवादन किया।जिसको मुख्यमंत्री ने हाथ हिलाकर  स्वीकार किया। मुख्यमंत्री की उपस्थिति में इस दौरान साहसिक खेलों के क्रम में बोट रोइंग के खेल का भी रोमांचक प्रदर्शन किया गया और उन्होंने रोइंग करने वाले नाविकों से भी बातचीत की। बोट रोइंग का खेल केरल में सबसे ज्यादा खेला जाता है और अब यह खेल टिककरताल में भी आने वाले आगंतुकों को देखने व खेलने को मिलेगा। इस खेल में नाविकों के हौसला-अफजाई व जोश भरने के लिए ड्रम  बजाया जाता है ताकि वे ताल मिला कर तेज़ी से अपनी नाव को चलाये।

हरियाणा की शिवालिक की पहाडिय़ों के बीच बसे पंचकूला को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने और हब बनाने के लिए हरियाणा सरकार कटिबद्ध है । अब चंडीगढ़, पंचकूला व मोहाली के साथ – साथ दिल्ली के एनसीआर के लगते भीड़ भाड़ वाले शहरों के लोगों को वीकेंड पर  मोरनी हिल्स और टिककरताल में बेहतरीन नजारे मिलेगें जहां लोगों की हफ्ते भर की थकान से निजात पा सकेंगे। आज इन एडवेंचर खेलों की शुरुआत के लिए निरीक्षण और ट्रायल हो चुका है और अब जल्द ही इन्हें चालू करने का काम भी होगा।

इसी दिशा में आज मुख्यमंत्री ने मोरनी हिल्स के थापली में पंचकर्मा वेलनेस सेंटर का उद्घाटन भी किया। इस सेंटर के शुरू होने से लोग यहां आकर स्वास्थ्य लाभ ले सकेंगे। इस सेंटर में 12 हट्स भी बनाई जाएंगी।

आज ही मुख्यमंत्री ने मोरनी के थापली क्षेत्र में नक्षत्र वाटिका, राशि वन, सुगंध वाटिका की आधारशिला रखी और नेचर ट्रैक का उद्घाटन भी किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने थापली नेचर कैंप से थापली गांव तक छोटे से ट्रैक के लिए बच्चों के एक समूह को झंडी दिखाकर रवाना भी किया। 

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