NEW DELHI, 12 SEPTEMBER: केंद्र सरकार के सहयोग से देश में चीते के पुनर्वास की तैयारी चल रही है। केन्द्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री ने इस विषय पर बात करते हुए कहा कि यह वाइल्ड चीता पुनर्वास दुनिया में अपनी तरह का पहला प्रोजेक्ट है। उन्होंने आगे बताया कि भविष्य में 25 से अधिक चीतों को दक्षिण अफ्रीका के नामीबिया से मध्य प्रदेश के कुनो-पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में चरणबद्ध तरीके से लाया जाएगा। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री ने कहा कि शुरुआत में आठ चीते 17 सितंबर को कुनो राष्ट्रीय उद्यान पहुंचेंगे।
विलुप्त हो चुकी प्रजाति की देश में वापसी
देश में विलुप्त हो चुकी प्रजाति चीते को फिर से आवास देने की कवायद केंद्र सरकार द्वारा जारी है। इसके लिए केंद्र सरकार के सहयोग से मध्य प्रदेश सरकार और अफ्रीकी देश नामीबिया के बीच करार हुआ है। भविष्य में चीतों की संख्या को बढ़ाने के लिए दक्षिण अफ्रीकी देश नामीबिया से और 17 चीते चरणबद्ध तरीके से लाए जाएंगे। पहले चरण के तहत आ रहे आठ चीते की शिफ्टिंग के बारे में बात करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी का 17 सितम्बर को कुनो में उपस्थित रहना हम सबको उत्साह और ऊर्जा प्रदान करेगा।
शिफ्टिंग के समय पीएम मोदी रहेंगे उपस्थित
नामीबिया के साथ हुए करार के तहत आने वाले आठ चीतों की शिफ्टिंग के लिए पीएम मोदी आगामी 17 सितंबर को मध्य प्रदेश के दौरे पर जाएंगे। अपने जन्मदिन के अवसर पर प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित प्रसिद्ध कूनो नेशनल पार्क में आने वाले अफ्रीकन चीतों की शिफ्टिंग कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री यहां महिला स्वसहायता समूह के सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे। कूनो नेशनल पार्क चीतों के रहने के लिए अनुकूलित जगह है। केन्द्रीय मंत्री ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ 17 सितंबर को होने वाले आयोजन की तैयारियों का जायजा लिया।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दी जानकारी
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रि-परिषद की बैठक में बताया कि 17 सितंबर को पीएम मोदी का जन्मदिन है और वह इस दिन मध्य प्रदेश पधारकर श्योपुर जिले के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में दक्षिण अफ्रीका से लाए जा रहे चीतों का प्रवेश कराएंगे। उनके प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। श्योपुर में 7 हेलीपैड बनाए जा रहे हैं। इसमें 3 नेशनल पार्क के भीतर और चार हेलीपैड बाहर बन रहे हैं।
हेलीकॉप्टर से लाए जाएंगे चीते
दरअसल, मध्य प्रदेश के कूनो-पालपुर नेशनल पार्क में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से 8 चीते लाए जा रहे हैं। इन्हें विमान से पहले दिल्ली और फिर ग्वालियर लाया जाएगा। ग्वालियर से उन्हें हेलीकॉप्टर के माध्यम से कूनो-पालपुर नेशनल पार्क में शिफ्ट किया जाएगा। चीतों की शिफ्टिंग के लिए पार्क के अंदर हेलीपैड बनाए जा रहे हैं। वीआईपी लोगों के लिए पार्क के बाहर हेलीपैड बन रहे हैं।
अफ्रीकी देश नामीबिया से हुआ करार
विलुप्त हो चुकी प्रजाति के आठ चीते लाने के लिए मध्य प्रदेश और अफ्रीकी देश नामीबिया के बीच करार हुआ है। भविष्य में चीतों की संख्या को चरणबद्ध तरीकों से बढ़ाकर 25 किया जाएगा जिन्हें कूनो नेशनल पार्क में रखे जाने की योजना है। श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क करीब 750 वर्ग किलोमीटर में फैला है। यह स्थान चीतों के रहने के लिए अनुकूल है, क्योंकि हर चीते को 10 से 20 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र चाहिए होता है। इस हिसाब से कूनो सबसे अच्छी जगह रहेगी। यह अभ्यारण्य समतल और जंगल घना है जो अफ्रीकी चीतों के लिए अच्छा रहता है।