कहा- क्या स्टॉक एक्सचेंज मार्केट दलालों या न्यायिक अदालतें कानूनी सलाहकारों के बिना काम कर सकती हैं?
CHANDIGARH: पंजाब के स्कूल शिक्षा एवं लोक निर्माण मंत्री विजय इंदर सिंगला ने आज यहाँ मोदी सरकार पर बरसते हुए कहा कि आढ़तिये केंद्र सरकार के अनुमान के अनुसार मध्यस्थ नहीं हैं, बल्कि पंजाब की कृषि की रीढ़ की हड्डी बनकर काम करते हैं। उन्होंने कहा कि आढ़तिये दुख और सुख की हर घड़ी में किसानों की सहायता करते हैं और यह पंजाब में कृषि मंडीकरण क्षेत्र के केंद्र के तौर पर काम करते हैं।
सिंगला ने कहा, ‘‘चाहे फसलों की बिक्री हो या खाद, कीटनाशकों की खरीद के लिए वित्तीय ज़रूरत या विवाह और अन्य घरेलू ज़रूरतों के लिए छोटी समय सीमा के कर्ज़े का मामला हो, यह आढ़तिये ही हैं जो किसानों की सहायता के लिए आगे आते हैं। वह एक कमीशन एजेंट के तौर पर काम करते हैं परन्तु यह एक सहज और सार्थक रिश्ता है।’’
उन्होंने कहा कि आढ़तिये कृषि भाईचारे का ज़रूरी हिस्सा हैं और मोदी सरकार उनके संबंधों को समझने की बजाय इसको नकारात्मक ढंग से पेश कर रही है। भाजपा नेताओं को सवाल करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा, ‘‘क्या स्टॉक एक्सचेन्ज मार्केट दलाली या न्यायिक अदालतें कानूनी सलाहकारों के बिना काम कर सकतीं हैं?’’ उन्होंने आगे कहा कि कृषि क्षेत्र में किसानों को भी आढ़तिया जैसे पक्के साथ की हर समय ज़रूरत है और किसानों और आढ़तिये का रिश्ता आज भी पवित्र है।
उन्होंने कहा कि आढ़तिये अपने साथ जुड़े किसानों को कृषि में नयी तकनीकों संबंधी राह दिखाने के साथ-साथ दूसरे पहलुओं पर भी उनका मार्गदर्शन करते हैं। मोदी सरकार की आढ़तिया विरोधी मीडिया मुहिम की निंदा करते हुए सिंगला ने कहा कि मोदी और उसके पैरोकार अंधाधुन्ध इस बात पर ज़ोर दे रहे हैं कि आढ़तिये और मंडी प्रणाली सिफऱ् फसलों के भाव में वूद्धि करते हैं और इनको इस चेन में से हटाए जाने की ज़रूरत है।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को अपनी पंजाब इकाई के नेताओं से इस पवित्र प्रणाली संबंधी पहले जान लेना चाहिए, जिन्होंने राज्य में आढतियों के विरुद्ध एक भी शब्द नहीं बोला। विजय इंदर सिंगला ने कहा कि केंद्र और राज्यों में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकारें सम्बन्धित क्षेत्रों के माहिरों की सलाह लिए बिना ही अंधाधुन्ध कानून पास कर रही हैं।