पंजाब के 17 जिलों में जायेगी ‘स्वर्णीम विजय वर्ष’ मशाल
CHANDIGARH: भारत की पाकिस्तान पर बड़ी जीत और बंगलादेश को आजाद करवाने की 50वीं वर्षगांठ को भारत सरकार ने ‘स्वर्णीम विजय वर्ष’ के तौर पर मनाने का फैसला किया है। इन समागमों की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से नयी दिल्ली में स्वर्णीम विजय मशाल जगा कर की गई।
चैथे मिलिट्री लिटरेचर फेस्टिवल -2020 के सैशन ‘करटन रेज़र: द 1971 वार बाय हैडक्वाटर वैस्टर्न कमांड’ के दौरान इन समागमों सम्बन्धी जानकारी देते हुये वेस्टर्न कमांड के कर्नल आर.एस. मांगट ने बताया कि ‘स्वर्णीम विजय वर्ष’ सम्बन्धी पंजाब राज्य में सारा साल समागम करवाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पंजाब में 14 जनवरी, 2021 को चंडीमन्दर से मशाल प्राप्ति से इन साल भर चलने वाले ‘स्वर्णीम विजय वर्ष’ समागमों की शुरुआत होगी।
कर्नल मांगट ने बताया कि यह मशाल पंजाब राज्य में 17 जिलों में जायेगी और जहाँ भी मशाल जाने की प्रोग्राम प्रस्तावित है, उस सम्बन्धी प्रोग्राम पहले तय कर दिया गया है। तयशुदा स्थान पर 1971 की जंग में बहादुरी दिखाने वाले मैडल विजेताओं और वीर नारियों का सम्मान किया जायेगा।
कर्नल मांगट ने बताया कि इन समागमों के दौरान फोटो प्रदर्शनियां लगाने के अलावा 1971 की जंग से सम्बन्धित डाक्यूमैंटरी फिल्में भी दिखाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि जिन स्थानों पर समागम करवाए जाएंगे, उन स्थानों से मिट्टी भी एकत्रित करके लायी जायेगी, जो राष्ट्रीय जंगी यादगार में पौधे लगाने के समय इस्तेमाल की जायेगी।
कर्नल मांगट ने बताया कि इसके अलावा साल भर पंजाब के विभिन्न स्थानों पर बैंड शो और मैराथन दौड़े भी करवाई जाएंगी और इन सभी समागमों में एन.सी.सी. कैडेट भी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि इन समागमों की समाप्ति सम्बन्धी समागम 3 दिसंबर, 2021 से 16 दिसंबर, 2021 तक नयी दिल्ली में होंगे।