यादें सितारों कीः गायकों ने सदाबहार गीतों की प्रस्तुति से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध किया

टैगोर थिएटर में सजी सदाबहार गीतों की शाम

CHANDIGARH, 13 JULY: द हिडन टैलेंट वेलफेयर एंड ट्रस्ट और सुर भारती संगीत एकेडमी ने ट्रस्ट की फाउंडर वीना सोफत के नेतृत्व में आज यहां सेक्टर-18 स्थित टैगोर थिएटर में एक संगीतमयी शाम यादें सितारों की का आयोजन किया, जिसमें चंडीगढ़ ट्राइसिटी सहित पंजाब व हरियाणा से आए अव्यावसायिक गायकों ने हिस्सा लिया और एक से बढ़कर एक सदाबहार गीतों को श्रोताओं को समक्ष प्रस्तुत कर सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया। गायको ने लता मंगेशकर, किशोर कुमार, मोहम्मद रफी, आशा भोसले जैसे प्रतिष्ठित मशहूर गायकों द्वारा गाए गए गीतों को अपनी आवाज में प्रस्तुत करने का बेहतर प्रयास किया। कार्यक्रम में कुल 25 गीत व एक कव्वाली प्रस्तुत की गई।

इस संगीतमय कार्यक्रम में ट्रस्ट की फाउंडर वीना सोफत के अलावा ट्रस्ट के सदस्य मोहित गुप्ता तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों में पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल, वरिष्ठ भाजपा नेता रंजीता मेहता, प्रख्यात कवियत्री नीलम त्रिखा, जया गोयल, सोनिया सूद, मुकेश आनंद, उमेश सूद, रंजीत सिंह, परमजीत कौर आदि उपस्थित हुए। कार्यक्रम की शुरूआत गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीप प्रज्जवलित करके की गई, जिसके उपरांत गायकों ने सदाबहार फिल्मी गीत प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का आगाज करते हुए ट्रस्ट की फाउंडर वीना सोफत ने मैं तेरे इश्क में मर ना जाऊं कहीं’ गाकर श्रोताओं का मन मोह लिया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए गायक मोहित गुप्ता ने दर्शकों के समक्ष कव्वाली मुर्शिद खेले होली प्रस्तुत की, जिसे सभी ने खूब सराहा। अंबाला से आए जगत ने रुख से जरा नकाब उठा दो मेरे हुजूर, आरसी दास ने तू इस तरह से मेरी जिंदगी में शामिल है, राजेश कंवर ने मंजिलें अपनी जगह हैं, रास्ते अपनी जगह, अरिशा ने ये रातें या मौसम, राजीव राज और कल्पना ने खुल्लम खुल्ला प्यार करेंगे हम दोनों, गीता ठाकुर ने बुहे बारिया ते नाले कंदा टप के, कर्नल बीके शर्मा ने जाने कहां गए वो दिन, डॉ. दीपक कौशिक ने जुबान पे दर्द भरी दासतां चली आई, कुलदीप कुमार ने दीवाना लेके आया है दिल का तराना, संगीता नागपाल और अनुराधा ने तुमको पिया दिल दिया, नैनसी और पल्लवी ने छाप तिलक सब, इंदू और इशु ने ऐ कश किसी दीवाने को, रमेश उल्फत ने तंजील, सुभाष दाहुजा ने पल-पल दिल के पास तुम रहती हो, मोंटी राजा ने दर्दे दिल दर्दे जिगर, रणजीत गिल ने दीवाना हुआ बादल, बीडी सिंगला ने हुस्न से चांद भी शरमाया है, रंजीतपुरी ने जिंदगी के सफर में गुजर जाते हैं जो मुकाम, परमजीत सैनी ने तुझे क्या बता दिल रुबा, विमल ने कौन है जो सपनों में आया, संगीता शर्मा ने मेरा साया साथ होगा गीत गाकर श्रोताओं का दिल जीत लिया और उन्हें झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके अलावा रंजीत सिंह और मुकेश आनंद ने भी गायकी की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में संगीत का प्रबंधन अरुण कांत ने किया।

इस अवसर पर ट्रस्ट की फाउंडर वीना सोफत ने कार्यक्रम में आए सभी गणमान्य और श्रोतागणों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उदेश्य अव्यावसायिक गायकों को मंच प्रदान करना था, ताकि वे अपने अंदर के टैलेंट को उभार सकें। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में सदाबहार गीतों को गाना प्रतिष्ठत गायकों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि देना भी था। वीना सोफत ने कहा कि ट्रस्ट व सुर भारती संगीत एकेडमी द्वारा करवाया गया यह आयोजन पहला है और भविष्य में इस तरह के कार्यक्रम किए जाते रहेंगे।

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