CHANDIGARH: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कोविड-19 मामलों में हाल के दिनों में हुई वृद्धि पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार ने कोविड-19 प्रबंधन की तैयारी को तेज कर दिया है। टेस्टिंग सुविधा बढ़ाने, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, क्लिनिकल मैनेजमेंट पर अधिक ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ जन-जागरूकता गतिविधियों को भी बढ़ाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान कोविड-19 स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए राज्यभर में मेगा टीकाकरण अभियान चलाया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक 7.50 लाख लोगों को टीका लगाया गया है और 15 मार्च को मेगा सोमवार ड्राइव में एक ही दिन में रिकॉर्ड 1.59 लाख लोगों को टीका लगाया गया था। इसके अलावा, गत मंगलवार को भी 65,000 लोगों को टीका लगाया गया था। अब प्रदेश सरकार ने हर सप्ताह के प्रत्येक सोमवार और मंगलवार को इस तरह की मेगा ड्राइव शुरू करने की योजना बनाई है ताकि प्रत्येक लाभार्थी का टीकाकरण सुनिश्चित किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में अब तक 80 प्रतिशत हेल्थ केयर वर्कर्स और 67 प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण किया जा चुका है। इसके अलावा, 60 वर्ष से ऊपर और 45 से 60 वर्ष आयु वर्ग जिन्हें पहले से कोई गंभीर बीमारी हो, ऐसे 3.5 लाख लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने यह जानकारी आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में कोविड -19 की स्थिति पर सभी राज्यों के मुख्मंत्रियों के साथ हुई बैठक में दी। बैठक में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री अनिल विज भी उपस्थित रहे।
हरियाणा सरकार द्वारा वायरस के प्रसार को रोकने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड एप्रोप्रिएट व्यवहार पर अधिक जोर दिया गया है। लोगों में एक बार फिर से कोविड एप्रोप्रिएट व्यवहार का अनुपालन करने के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। जो लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं, उन पर जुर्माना भी लगाया जा रहा है।
इसके अलावा, कोविड-19 दिशानिर्देशों जैसे मास्क पहनना, हाथों को साफ रखना और सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में विभिन्न जागरुकता अभियान चलाए जा रहे हैं। साथ ही, मॉल, रेस्तरां, बस स्टैंड, स्कूलों, कॉलेजों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर भी कोविड के बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानियों व अन्य दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जा रहा है।
हरियाणा द्वारा अपनाई जा रही क्लिनिकल मैनेजमेंट रणनीति के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 के प्रतिदिन टेस्ट की संख्या भी बढ़ाई जा रही है और अब एक बार फिर पहले की तरह प्रति दिन 25,000 से 30,000 टेस्ट किए जाने पर जोर दे रहे हैं। प्रदेश में आरटीपीसीआर टेस्ट दर 93 प्रतिशत है।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित कई मापदंडों पर हरियाणा का प्रदर्शन राष्ट्रीय औसत से बेहतर है और राज्य कोविड-19 वायरस को रोकने के लिए अन्य आवश्यक मापदंडों को लागू करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक लाभार्थी का टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए टीकाकरण हेतु क्लस्टर एप्रोच अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जैसा कि स्कूलों को फिर से खोल दिया गया है तो स्कूलों में प्रत्येक छात्र की व्यापक स्क्रीनिंग और टेस्टिंग पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि मास्क अवश्य पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें और राज्य में पात्र लाभार्थी सरकारी व निजी अस्पतालों (सरकार द्वारा एंपैनल्ड) में टीकाकरण अवश्य करवाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हालांकि, कोविड -19 के लिए टीकाकरण किया जा रहा है, परंतु अभी भी हम सभी को सुरक्षित रहने के लिए मास्क पहनने और हाथों की स्वछता बनाए रखने जैसी सावधानियों तथा सोशल डिस्टेंसिंग के दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए ताकि वायरस के प्रसार को कम किया जा सके।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 वायरस के प्रसार के लिए जिला स्तर पर अंतर विभागीय समितियों का गठन किया गया है। इसके अलावा, राज्य सरकार सामाजिक समारोहों में लोगों की संख्या को सीमित करने पर भी विचार कर रही है।
बैठक में मुख्य सचिव विजय वर्धन, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक निगम, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव और सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल, मुख्यमंत्री की उपप्रधान सचिव आशिमा बराड़, पुलिस महानिदेशक मनोज यादव, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, हरियाणा के मिशन निदेशक प्रभजोत सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।