दूसरे राज्यों से उम्मीद रखने से पहले खुद काम करने की क्षमता रखें चंडीगढ़ के मेयर: हरमेल केसरी

कहा- नगर निगम की भर्ती में चंडीगढ़ के युवाओं को रिजर्वेशन की नोटिफिकेशन जनता के सामने रखें मेयर

CHANDIGARH, 29 JULY: चान चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरमेल केसरी ने हाल ही में मेयर अनूप गुप्ता द्वारा दिए गए बयानों की आलोचना करते हुए कहा है कि मेयर को दूसरे राज्यों से उम्मीद रखने से पहले खुद काम करने की क्षमता रखनी चाहिए।

केसरी ने कहा कि कुछ दिन पहले जिस प्रकार से चंडीगढ़ के मेयर अनूप गुप्ता ने बयान दिया कि हर राज्य अपने लिए और अपने राज्य के लोगों के लिए सोचता है, उसी प्रकार से उन्होंने यह बात कही कि चंडीगढ़ में बाहरी राज्यों से आने वाली गाड़ियों पर पार्किंग शुल्क दोगुना लगेगा। इसके बाद चंडीगढ़ के मेयर ने कहा कि अगर पंजाब या हरियाणा हमें डंपिंग ग्राउंड के लिए कोई जमीन दे दे तो हम इस दोगुनी पार्किंग फीस को हटाने के बारे में सोच सकते हैं।

कांग्रेस नेता हरमेल केसरी ने आज यहां जारी एक बयान में मेयर अनूप गुप्ता के इस बयान को बचकाना बताया और कहा कि चंडीगढ़ के मेयर ने कल अपने बयान में यह भी कहा है कि हमने चंडीगढ़ में नगर निगम की अनुबंध आधारित नौकरियों में चंडीगढ़वासियों को 85% आरक्षण का लाभ दिया है। केसरी ने कहा कि अगर यह बात सही है तो मैं इसके लिए मेयर अनूप गुप्ता और चंडीगढ़ के समस्त निवासियों को बधाई देता हूं और मेयर अनूप गुप्ता से यह गुजारिश करता हूं कि वह इस रेगुलर भर्ती की नोटिफिकेशन को चंडीगढ़ की जनता के सामने रखें।

हरमेल केसरी ने कहा कि दूसरे राज्यों से उम्मीद रखने से पहले मेयर को अपनी कार्य क्षमता के अनुसार काम करना चाहिए। आज जिस प्रकार से चंडीगढ़ में भाजपा का नगर निगम में मेयर है, चंडीगढ़ से सांसद भी भाजपा की हैं, होम मिनिस्टर भी भाजपा के और केंद्र में भाजपा की सरकार है तो मेयर अनूप गुप्ता को चंडीगढ़ में मिलने वाली सभी नौकरियों में चंडीगढ़ के युवाओं के लिए 85% आरक्षण का इंतजाम करना चाहिए। हरमेल केसरी ने कहा कि अगर सब तरफ आज भाजपा के लोग संवैधानिक पदों पर बैठे हैं तो वह चंडीगढ़ में चंडीगढ़ के युवाओं के लिए स्टाफ सिलेक्शन बोर्ड का भी गठन करा दें, केवल यह बयान देना कि हम पार्किंग फीस को दूसरे राज्यों के लिए वापस ले लेंगे और वह हमें अपने राज्य में डंपिंग ग्राउंड के लिए जमीन दे दे, बहुत खेद पूर्ण है। केसरी ने कहा कि हमें दूसरे राज्यों के के फैसले पर निर्भर रहने से अच्छा है कि हम चंडीगढ़ के युवाओं के लिए नौकरियों का किस प्रकार इंतजाम कर सकते हैं, उसके लिए कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार मेयर अनूप गुप्ता ने कहा कि दूसरे राज्यों को दरियादिली दिखाते हुए चंडीगढ़ के युवाओं को अपने यहां सरकारी नौकरी में अवसर देने चाहिए, मैं कहता हूं कि पहले चंडीगढ़ के नौजवानों के लिए चंडीगढ़ के सरकारी कार्यालय में ही नौकरी में आरक्षण का इंतजाम करना चाहिए, उसके बाद दूसरे राज्यों की तरफ देखना चाहिए कि वह अपने राज्यों में चंडीगढ़ के लोगों को कितना आरक्षण दे सकते हैं। पहले हम खुद अपनी कार्य क्षमता के अनुसार काम करें फिर दूसरे राज्यों से हम कुछ उम्मीद कर सकते हैं।

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