परीक्षा में सामूहिक नकल: 7 फार्मेसी कालेजों की मान्यता रद्द करने की तैयारी

अब सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में दोबारा करवाई जाएगी परीक्षा

CHANDIGARH: पंजाब सरकार के तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग द्वारा लहरागागा में स्थित फार्मेसी कालेजों में विद्यार्थियों से पैसे लेकर नकल करवाने के मामले की बारीकी से जांच करवाने के बाद सामूहिक नकल का यह मामला सामने आया है।

इस सम्बन्धी तकनीकी शिक्षा मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने बताया कि किसी भी दोषी को बक्शा नहीं जायेगा और इस मामले में शामिल संस्था के खि़लाफ़ सख़्त कार्यवाही की जायेगी।इस मामले संबंधी विस्तार से जानकारी देते हुये तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग वर्मा ने बताया कि यह मामला सामने आने पर इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सचिव, पंजाब राज तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण बोर्ड से जांच रिपोर्ट माँगी गई थी और इन कालेजों के पेपर चैक होने के लिए सरकारी बहुतकनीकी कालेज (लड़कियाँ), पटियाला में भेजे गए थे, इसलिए इस सम्बन्धी प्रिंसिपल सरकारी बहुतकनीकी कालेज (ल) पटियाला से भी रिपोर्ट माँग गई थी।

जिसमें पाया गया कि विद्यार्थियों की तरफ से दी गई ऑफलाईन परीक्षा में उनकी उत्तर -कापियों चैक करने पर पाया गया है कि सभी विद्यार्थियों की उत्तर कापी अक्षर के साथ अक्षर आपस में मिलती है। ऑनलाईन हल किये पेपरों में भी कई पेपर लगभग मिलते हैं। सभी विद्यार्थियों ने एक ही जैसे में प्रश्र हल करने के लिए चुनाव किया है। सभी विद्यार्थियों ने एक ही जैसे उत्तर हल किये हैं।

अनुराग वर्मा ने बताया कि सचिव, पंजाब राज तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण बोर्ड और प्रिंसिपल सरकारी बहुतकनीकी कालेज (लड़कियाँ), पटियाला की तरफ से प्राप्त रिपोर्टों में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि 7 कालेज विनायका कालेज आफ फार्मेसी लहरागागा, आर्य भट्ट कालेज आफ फार्मेसी संगरूर, मॉडर्न कालेज आफ फार्मेसी संगरूर, विद्या सागर पैरामेडिकल कालेज लहरागागा, महाराजा अग्रसेन इंस. आफ फार्मेसी लहरागागा, लार्ड कृष्णा कालेज आफ फार्मेसी लहरागागा और कृष्णा कालेज आफ फार्मेसी, लहरागागा में सितम्बर /अक्तूबर 2020 में हुई परीक्षाओं के दौरान सामूहिक नकल हुई है।

इस मामले में उडऩ दस्ते के इंचार्जों नवनीत वालिया प्रिंसिपल सरकारी बहु -तकनीकी कालेज बरेटा और अनिल कुमार सैक्शन अफ़सर को भी चार्जशीट करने के लिए आदेश जारी किये गए हैं।उन्होंने बताया कि संस्थाओं ने राज्य में दी जा रही तकनीकी शिक्षा की छवि को भारी ठेस पहुंचायी है। इन संस्थाओं की मान्यता रद्द करने के लिए एक सप्ताह के अंदर-अंदर सो-कॉज़ नोटिस जारी किये जाने के लिए तकनीकी शिक्षा बोर्ड को निर्देश दिए गए हैं।

अनुराग वर्मा ने बताया कि बोर्ड को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि इन संस्थाओंं में महीना सितम्बर-अक्तूबर 2020 में हुई परीक्षाओं को रद्द करते हुए इन संस्थाओं के विद्यार्थियों की दोबारा परीक्षा ली जाये।

अब जो परीक्षा के लिए जायेगी उसके सैंटर केवल सरकारी इंजीनियरिंग कालेज पॉलिटेक्निक आई.टी.आई संस्थाओं में ही बनाऐ जाएँ और वहां इनवीजीलेशन स्टाफ भी केवल सरकारी संस्थाओं का ही लगाया जाये। यह परीक्षाएं सी.सी.टी.वी की निगरानी अधीन करवाई जाये और इसकी रिकार्डिंग तुरंत प्राप्त करके रिकार्ड में रखी जाये।

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