पिछले साल कोरोना महामारी के कारण नहीं हो सकी थी मैरीटोरियस स्कूलों में प्रवेश परीक्षा
पहले से ही रजिस्टर्ड विद्यार्थी अब एंट्रेंस टैस्ट के बाद मैरीटोरियस स्कूलों में ले सकेंगे 12वीं कक्षा में प्रवेश: स्कूल शिक्षा मंत्री
CHANDIGARH: पंजाब सरकार ने सरकारी स्कूलों को चरणबद्ध ढंग से फिर से खोलने के बाद अब अमृतसर, बठिंडा, जालंधर, लुधियाना, पटियाला, मोहाली, गुरदासपुर, फिऱोज़पुर, संगरूर और तलवाड़ा (होशियारपुर) में स्थित रैज़ीडैंशियल मैरीटोरियस स्कूल 9 फरवरी से खोलने का फ़ैसला किया है।
राज्य के शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने कहा कि कोविड-19 महामारी के संकटकालीन दौर के कारण मैरीटोरियस स्कूल कोविड केयर सेंटरों में तबदील किये गए थे और सैंकड़ो कोविड पॉजि़टिव मरीज़ों को वहाँ क्वारंटीन किया गया था। उन्होंने कहा कि अब हालात सुधरने के बाद इन स्कूलों को फिर से खोला जा रहा है।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि यह रैज़ीडैंशियल स्कूल ‘‘सोसायटी फॉर परमोशन ऑफ क्वालिटी एजुकेशन फॉर पूअर एंड मैरीटोरियस स्टूडैंट्स ऑफ पंजाब’’ के संरक्षण अधीन चलाए जा रहे हैं जिससे होनहार विद्यार्थी विशेष रूप से मैडीकल और इंजीनियरिंग संस्था में प्रवेश लेने के लिए, प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षाएं पास करने के इच्छुक विद्यार्थी को बोर्डिंग और ठहरने सम्बन्धी सुविधा सहित मुफ़्त शिक्षा जैसी सुविधा मुहैया करवाई जा सकें। उन्होंने आगे कहा कि इन स्कूलों को फिर से खोलने के फ़ैसले के बाद विद्यार्थियों, अध्यापकों, मैस, कैंटीन वर्करों के लिए कोविड-19 के दिशा निर्देशों का कड़ाई के साथ पालन करने के लिए हिदायतें जारी की गई हैं।
विजय इंदर सिंगला ने बताया कि महामारी के मद्देनजऱ ग्यारहवीं कक्षा में प्रवेश लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए पिछले साल मैरीटोरियस स्कूलों में प्रवेश परीक्षा नहीं करवाई गई थी।‘‘पंजाब सरकार ने विद्यार्थियों की माँग को खुले दिल से विचारते हुए सरकारी स्कूलों में पढ़ते 11वीं कक्षा के उन विद्यार्थियों को एक मौका देने का फ़ैसला किया है, जिन्होंने पिछले साल मैरीटोरियस स्कूलों में प्रवेश लेने के लिए प्रवेश परीक्षा में नाम दर्ज करवाया था।’’ यह बताते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को 2021-22 सैशन के लिए मैरीटोरियस स्कूलों में 12वीं कक्षा में मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जायेगा।
श्री विजय इंदर सिंगला ने बताया कि सभी मैरीटोरियस स्कूलों के 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों सहित मैरीटोरियस स्कूल, तलवाड़ा (होशियारपुर) में पढ़ते 10वीं कक्षा के विद्यार्थी अपने माता-पिता की सहमति और कोविड-19 की नेगेटिव रिपोर्ट (आरटी-पीआरसी सर्टिफिकेट) पेश करने के बाद ही स्कूल में दाखि़ल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थी ज़रूरी सामान जैसे कि सैनेटाईजऱ, मास्क (धोने योग्य), साबुन, स्टेशनरी / पानी की बोतलें, कपड़े आदि लाएंगे और इन चीजों के आपस में साझा करने की आज्ञा नहीं होगी।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि यह सिद्धांत मैस / कैंटीन ठेकेदार और कैंटीन में काम करते लोगों पर भी लागू होगा। कैंटीन और हॉल को तुरंत स्वच्छ बनाने के लिए दिशा-निर्देश जारी किये गए हैं। कैंटीन में सब्जियों और खाने-पीने की चीजें लाने वाले व्यक्ति को थर्मल स्कैनिंग और कोविड-19 नेगेटिव प्रमाण पत्र पेश करने के बाद ही कैंटीन में दाखि़ल होने की आज्ञा होगी।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्कूल के मुख्य द्वार पर सुरक्षा अमले को थर्मल स्कैनर मुहैया करवाए जाएंगे जिससे स्कूल में दाखि़ल होने से पहले सभी आने वालों की कोविड सम्बन्धी जांच की जा सके। विद्यार्थियों को स्कूलों में आने के बाद 24 घंटों के लिए क्वारंटीन किया जायेगा।
होस्टल के कमरों के साथ-साथ क्लासरूमों में सामाजिक दूरी रखने का सख्ती के साथ पालन किया जायेगा। होस्टल के कमरों में बैडों के दरमियान कम से कम 6 फुट की दूरी रखना अनिवार्य है और क्लासरूमों में प्रत्येक विद्यार्थी के लिए अलग-अलग बैंच मुहैया करवाए जाएंगे। सामाजिक दूरी को बनाए रखने के लिए कक्षाओं के सेक्शनों की संख्या दोगुनी की जायेगी। पुरुष/महिला वार्डन होस्टल के प्रत्येक कमरे में सामाजिक दूरी के पालन सम्बन्धी निगरानी करेंगे। अध्यापकों / वार्डन द्वारा विद्यार्थी की मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक दशा की देख-रेख करने के लिए विद्यार्थी की नियमित काउंसलिंग को यकीनी बनाया जायेगा।