CHANDIGARH, 22 FEB: पंजाब पुलिस की गैंगस्टर विरोधी टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने बुधवार को फिल्लौर गोली कांड के मास्टरमाइंड तजिन्दर सिंह उर्फ तेजा को उसके दो साथियों समेत बेअसर कर दिया। पंजाब के डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी) गौरव यादव ने बताया कि यहाँ बस्सी पठाणा के न्यू फतेहगढ़ साहिब मार्केट में लाइव मुकाबले में उक्त दोषी को उसके दो साथियों समेत आत्म-रक्षा लिए की गोलीबारी के दौरान बेअसर किया गया।
उन्होंने कहा, “इस कार्यवाही के दौरान, हमारे एक पुलिस अधिकारी को गोली लगी, जबकि दूसरे की टांग टूट गई है।” पंजाब पुलिस के कांस्टेबल कुलदीप सिंह बाजवा ने 8 जनवरी, 2023 को समाज विरोधी तत्वों का मुकाबला करते हुए फिल्लौर में ड्यूटी के दौरान शहादत प्राप्त की थी। जि़क्रयोग्य है कि पंजाब पुलिस ने 14 जनवरी, 2023 को फिल्लौर गोलीकांड में अहम भूमिका निभाने वाले दोषी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, जिसकी पहचान युवराज सिंह उर्फ जोरा के तौर पर हुई है।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि बुधवार शाम 5.10 बजे के करीब ख़ुफिय़ा जानकारी के आधार पर की इस पुलिस कार्यवाही में एजीटीएफ की टीम ए.डी.जी.पी. प्रमोद बाण के नेतृत्व में और एआईजी सन्दीप गोयल, डीएसपी बिक्रम बराड़, डीएसपी राजन परमिन्दर और इंस्पेक्टर पुशपिन्दर सिंह ने मुलजिम तेजा की लोकेशन ट्रेस की थी और उस गाड़ी का पीछा कर रहे थे, जिसमें मुलजिम अपने साथियों समेत जा रहा था।
फऱार होने की कोशिश में तजिन्दर तेजा और उसके साथियों ने पुलिस पार्टी पर गोलियाँ चला दीं। उन्होंने कहा कि पुलिस की टीमों ने आत्म-रक्षा में जवाबी गोलीबारी की और गोलीबारी के दौरान तजिन्दर तेजा और उसका एक साथी मौके पर ही ढेर हो गया। जबकि एक दोषी को चोटें लगीं और उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उसने भी दम तोड़ दिया। पुलिस टीमों ने उसके वाहन में से 6 पिस्तौलें बरामद की हैं।
इस सम्बन्धी और जानकारी देते हुये एडीजीपी प्रमोद बाण ने बताया कि तेजिन्दर तेजा एक हिस्ट्रीशीटर है और राज्य भर में 38 से अधिक आपराधिक मामलों का सामना कर रहा है। उन्होंने बताया कि मुलजिम तेजा गुरप्रीत सेखों गैंग से जुड़े एक आज़ाद गैंग को भी संभाल रहा था।