पंजाब पुलिस ने मध्य प्रदेश में चल रहे अवैध हथियार सप्लाई के एक और नैटवर्क का पर्दाफाश किया
पंजाब पुलिस ने पिछले 8 महीनों के दौरान मध्य प्रदेश में ऐसे तीसरे मॉड्यूल का किया पर्दाफाश: डी.जी.पी.
CHANDIGARH: पंजाब पुलिस ने आज एक बड़े अंतर-राज्यीय ऑपरेशन में मध्यप्रदेश (एम.पी.) आधारित गैरकानूनी हथियारों की सप्लाई के नैटवर्क का पर्दाफाश करके इसके मुख्य सप्लायर को गिरफ्तार किया है जिसकी पहचान बलजीत सिंह उर्फ स्वीटी सिंह निवासी जि़ला बड़वानी, मध्य प्रदेश के तौर पर हुई है।
डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) दिनकर गुप्ता ने बताया कि बड़वानी, मध्यप्रदेश से गाँव उमरती का निवासी स्वीटी सिंह उच्च गुणवत्ता वाले ग़ैर कानूनी हथियारों के निर्माण और इन हथियारों की पंजाब और उत्तरी भारत के दूसरे राज्यों को सप्लाई करने में शामिल था। उन्होंने बताया कि कपूरथला पुलिस ने उसके पास से तीन .32 बोर पिस्तौल और 3 मैगज़ीन भी बरामद किये हैं।गौरतलब है कि यह पंजाब पुलिस द्वारा पिछले 8 महीनों दौरान बेनकाब किया गया ग़ैर कानूनी हथियारों के निर्माण और सप्लाई में शामिल मध्य प्रदेश का ऐसा तीसरा मॉड्यूल है।
इससे पहले, अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने हथियारों की तस्करी में शामिल व्यक्तियों जो पंजाब में गैंगस्टरों, अपराधियों और कट्टरपंथियों को हथियार सप्लाई कर रहे थे, की गिरफ्तारी के साथ ऐसे दो मॉड्यूलों का पर्दाफाश किया था, जिनमें एम.पी. की एक ग़ैर कानूनी स्मॉल आम्र्ज़ मैनुफ़ेक्चरिंग यूनिट भी शामिल थी। इस संबंधी जानकारी देते हुए डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि एस.एस.पी. हरकमलप्रीत सिंह खख के नेतृत्व में कपूरथला पुलिस द्वारा किये गए ऑपरेशनों जिसमें चार लुटेरों को 10 पिस्तौलों और एक राइफल और गोली सिक्के सहित गिरफ्तार किया गया था, के 10 दिनों बाद यह सफलता हासिल हुई है।
उन्होंने बताया कि पकड़े गए लुटेरों ने खुलासा किया कि वह मध्य प्रदेश आधारित तस्कर स्वीटी सिंह के पास से हथियारों की सप्लाई ले रहे थे और डकैतियाँ और लूटमार, पेट्रोल पंपों और किसानों से पैसे छीनने की साजिश रच रहे थे।डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि इस जानकारी के आधार पर कपूरथला पुलिस ने स्वीटी सिंह के गिरफ्तारी वारंट हासिल किये और एम.पी. पुलिस के साथ तालमेल के उपरांत कपूरथला से एक विशेष पुलिस टीम को स्वीटी सिंह की गिरफ्तारी के लिए बड़वानी जि़ले में भेजा गया।
उन्होंने बताया कि ठोस प्रयासों के बाद पंजाब पुलिस की टीम ने एमपी पुलिस के साथ तालमेल के ज़रिये स्वीटी सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने यह भी बताया कि स्वीटी सिंह ने गिरफ्तारी से बचने के लिए नर्मदा नदी पार करके महाराष्ट्र की सीमा में दाखि़ल होने की एक असफल कोशिश भी की थी।
डीजीपी ने इन ग़ैर कानूनी हथियारों के निर्माण और सप्लाई में शामिल इकाईयों और मॉड्यूलों का पर्दाफाश करने में पंजाब पुलिस को सहयोग देने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस का धन्यवाद किया।
एस.एस.पी. खख ने बताया कि स्वीटी ने खुलासा किया था कि वह और उसका बड़ा भाई सुमेर सिंह कई सालों से हथियारों के इस निर्माण और सप्लाई कारोबार में शामिल थे और वह अपने ग्राहकों को लुभाने के लिए अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर पिस्तौलों की वीडियो अपलोड करते थे और इस तरह पंजाब के लूटमार करने वाले मौजूदा मॉड्यूल ने उनके साथ संपर्क किया।उन्होंने बताया कि प्राथमिक जांच में यह पता चला है कि स्वीटी ‘आज़ाद ग्रुप मुंजर’ के नाम पर एक यू-ट्यूब चैनल चला रहा था जिस पर वह अपने ग़ैर कानूनी हथियारों के कारोबार को प्रफुल्लित करता था और जब खरीददार कीमत बारे पूछते थे तो यह ग्रुप अपना व्हाट्सएप नंबर साझा करता था।
खख ने बताया कि स्वीटी ने यह भी खुलासा किया कि उनके गाँव उमरती में 40-45 के करीब घरों में से 20 से अधिक घर ग़ैर कानूनी हथियारों खासकर .30 बोर और .32 बोर पिस्तौलों के निर्माण और बिक्री के कारोबार में शामिल हैं।जि़क्रयोग्य है कि पुलिस थाना फत्तूढींगा कपूरथला में आई.पी.सी. की धारा 399 और 402 और हथियार एक्ट की धारा 25 के अंतर्गत एफ.आई.आर. नं. 81 तारीख़ 30-06-21 पहले ही दर्ज है।