भगवान महावीर की जयंती पर सैक्टर 27-बी के दिगम्बर जैन मंदिर व सैक्टर 18-डी के जैन स्थानक में हुए समारोह
CHANDIGARH, 4 APRIL: चण्डीगढ़ के पूर्व भाजपा सांसद एवं भारत सरकार के अपर महासालिसिटर सत्यपाल जैन ने आज कहा कि भगवान महावीर द्वारा दिए गए विश्व शांति, जीयो और जीने दो, अपरिग्रह, परस्पर सहनशीलता एवं पेड़-पौधों, पक्षियों एवं जानवरों तक के प्रति भी स्नहे के सिद्धांत आज के समय में भी उतने ही प्रसांगिक हैं, जितने वे हजारों वर्ष पहले थे।
सत्यपाल जैन आज भगवान महावीर की जयंती के उपलक्ष्य में सैक्टर 27-बी के दिगम्बर जैन मंदिर एवं सैक्टर 18-डी के जैन स्थानक में आयोजित समारोहों को मुख्य अतिथि के नाते सम्बोधित कर रहे थे। सत्यपाल जैन ने कहा कि आज सारा विश्व भयंकर से भयंकर परमाणु हथियारों से भरा पड़ा है तथा किसी तानाशाह की छोटी सी पागलपन की हरकत से समूचे विश्व का अस्तित्व ही खतरे में पड़ सकता है। ऐसे में केवल भगवान महावीर के विश्व शांति एवं जीयो और जीने दो के सिंद्धात पर चल कर ही मनुष्यता को इस विनाश से बचाया जा सकता है।
पूर्व सांसद सत्यपाल जैन ने कहा कि वास्तव में भगवान महावीर सहित सभी महापुरुषों एवं धर्म गुरुओं के सन्देश समूची मानवता के लिए थे परन्तु हमने अपनी तंग सोच एवं व्यक्तिगत स्वार्थों के कारण अपने महापुरुषों को भी विभिन्न धर्मो, साम्प्रदायों एवं जातीयों में बांट दिया है। सत्यपाल जैन ने कहा कि जैन धर्म सभी से अपेक्षा करता है कि जहां वे स्वयं अपने धर्म का पालन करें, वहीं वे दूसरे धर्मो का भी बराबर का सम्मान करें। उन्होंने जैन साधु एवं साघ्वियों के त्यागमयी एवं स्वार्थ रहित जीवन की भरपूर प्रशंसा की। दोनों स्थानों पर जैन समाज द्वारा सत्यपाल जैन को सम्मानित भी किया गया।