पीजीआई रोहतक में लीवर और किडनी ट्रांसप्लांट जल्द शुरू होंगे: स्वास्थ्य मंत्री 

हरियाणा की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए हो रहे कार्य, ताकि मरीजों को हरियाणा से बाहर न जाना पड़े: अनिल विज

CHANDIGARH, 7 AUGUST: हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज ने कहा कि पीजीआईएमएस, रोहतक में लीवर और किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा जल्द शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार सुधार की कोशिश की जा रही है और वह चाहते हैं कि किसी बीमारी के ईलाज के लिए राज्य के नागरिकों को हरियाणा से बाहर न जाना पड़े।

विज गत देर सांय अंबाला में आयोजित चिकित्सक सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द प्रदेश की हर पीएचसी तक ईसीजी और एक्सरे की सुविधा प्रदान की जाएगी। हरियाणा देश का प्रथम राज्य है जहां स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए मैपिंग कराई जा रही है। आज तक स्वास्थ्य सेवाएं डिमांड बेस रही हैं मगर वह चाहते हैं कि आवश्यकता अनुसार स्वास्थ्य सेवाएं दी जाए । इसलिए मैपिंग के लिए एजेंसी कार्य कर रही है और डब्ल्यूएचओ के मापदंडों के अनुसार किस स्थान पर कितने बिस्तरों वाला अस्पताल, सुविधा, डॉक्टर इत्यादि की जानकारी एकत्रित किया जाएगा, जो कि देश में पहली बार ऐसी मैपिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के हर जिले में मेडिकल कालेज बनाया जा रहा है और छह जिलों में नए कालेज बन कर तैयार हो रहे है, बाकि जिलों में भी कार्य प्रगति पर है।

आज सरकारी अस्पताल में हो रहा दिल का इलाज, बेहतर दवाएं मरीजों को दी जा रही

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा में स्वास्थ्य का बजट पहले 1600 करोड़ रुपए था और आज इसका बजट छह गुणा ज्यादा 9 हजार 600 करोड़ रुपए बजट है। सरकारी अस्पतालों में सिटी स्कैन, एमआरआई, अल्ट्रासाउंड की सुविधा मुहैया करवाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कभी किसी ने सोचा नहीं होगा कि सिविल अस्पताल में आज दिल का भी ईलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब वह स्वास्थ्य मंत्री बने तो उनसे पहले सरकारी क्षेत्र में नीली व पीली गोलियां मिलती थी, उन्होंने आकर सिद्धांत बनाया कि अस्पतालों में डब्ल्यूएचओ जीएमपी मान्यता प्राप्त दवाई ही सरकारी अस्पताल में देंगे और यूएस एफडीए द्वारा सर्टिफाइड उपकरण लगेंगे। प्रदेश सरकार के इन दो निर्णय से सरकारी क्षेत्र के अस्पतालों में काफी सुधार हुआ है और आज बेहतर दवाएं अस्पतालों में मरीजों को प्रदान की जा रही है।

 विज ने कहा कि पहले इम्पैनलमेंट सिफारिश के आधार पर होती थी, मगर उन्होंने एनएबीएच सर्टिफाईड अस्पतालों को इम्पेनेल्मेंट करने का निर्णय लिया। इस निर्णय से आज हरियाणा के 600 अस्पताल एनएबीएच सर्टिफाइड हो गए हैं, और 500 के करीब अस्पताल इम्पैनलमेंट है, जो एनएबीएच सर्टिफाइड है। सिविल अस्पतालों को भी एनक्वास सर्टिफाइड कराना शुरू कर दिया गया है।

स्वास्थ्य सेवाओं को निजी क्षेत्र के बराबर लाकर खड़ा कर रहे 

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि इसमें कोई दोराय नहीं कि आज स्वास्थ्य सेवाओं में निजी क्षेत्र ने तरक्की की है और सरकारी सेवाओं को भी निजी क्षेत्र के सामान लाकर खड़ा कर रहे हैं। नागरिकों का इलाज हरियाणा में ही सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में हो सके, इस पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में प्राइवेट सेक्टर को भी बढ़ने के लिए अवसर दिए जा रहे हैं और इसी कड़ी में फरीदाबाद में 1500 बिस्तरों का मां अमृता अस्पताल बनाया गया है।

उन्होंने कहा कि आयुष के क्षेत्र में भी कार्य किया गया है और विश्व की पहली आयुष यूनिवर्सिटी कुरुक्षेत्र में बनाई गई है। पंचकूला में माता मनसा देवी परिसर में 300 बिस्तरों का नेचर क्योर एवं आयुर्वेदिक का अस्पताल बनकर तैयार हो चुका है। हरियाणा में योग आयोग भी गठित किया गया।

कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने प्रदेश के अलग-अलग जिलों से उत्कृष्ट कार्य करने वाले 55 चिकित्सकों को सम्मानित किया। इस अवसर पर संस्था के सीनियर मार्केटिंग मैनेजर मुकेश शर्मा, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा डा. कुलदीप सिंह, आदेश अस्पताल के चेयरमैन डा. एचएस गिल, पीएमओ डा. राकेश सहल, हरियाणा मेडिकल काउंसिल के चेयरमैन डा. आरके अनेजा, ब्यूरो चीफ दीपक बहल सहित बड़ी संख्या में चिकित्सक मौजूद रहे।

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