कहा- किसानों की जितनी सेवा कर पाउं उतनी कममु, ख्यमंत्री मनोहर लाल को बताया यशस्वी और ऊर्जावान
CHANDIGARH, 8 NOVEMBER: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि मैं भारत के किसान की जितनी सेवा कर पाऊं, उतनी कम है। आज मेरे जीवन का निर्णायक व महत्वपूर्ण दिन है। सापला के इस दीनबंधु सर छोटू राम स्मारक स्थल से एक संदेश लेकर जा रहा हूं और अपने पूरे जीवन चौधरी छोटूराम की रीति, नीति और तौर-तरीकों का सिपेहसालार रहूंगा।
उपराष्ट्रपति धनखड़ रोहतक जिले के सांपला स्थित दीनबंधु सर छोटूराम के स्मारक स्थल पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आज इस स्थान पर आकर उन्हें जितनी खुशी और ऊर्जा मिली है, उसको वे शब्दों में बयान नहीं कर सकते हैं। मौसम खराब होने की वजह से सडक़ मार्ग से आना पड़ा। इस स्थान पर आने के लिए गाड़ी नहीं होती, तब भी मैं जरूर पहुंचता। इस स्थान पर आना मेरे जीवन का एक निर्णायक व महत्वपूर्ण दिन है। आज मैं यहां से एक संदेश लेकर जा रहा हूं और उस संदेश के साथ जीवन भर चौधरी छोटूराम की रीति, नीति व तौर-तरीकों का सिपेहसालार के तौर पर अनुसरण करूंगा। अपने जीवन में भारत के किसान की जितनी सेवा कर पाऊं, उतनी कम है।
उन्होंने कहा कि बुजुर्गों का आशीर्वाद हर हाल में मिलना चाहिए। मुझ जैसे किसान पुत्र को यहां पर आकर जो सम्मान दिया गया है। उसके असली हकदार हमारे बुजुर्ग है। उन्होंने कहा कि चौधरी छोटूराम जैसे महान लोगों ने इतिहास रचा है। चौधरी छोटूराम के विचार देखिए कि उन्होंने सन 1923 में भविष्य की जरूरतों के अनुरूप भाखड़ा बांध का चिंतन किया। मैं चौधरी छोटूराम की जन्मस्थली को नमन करता हूं। हरियाणा की भूमि पावन भूमि है। जहां ऐसे महापुरुषों ने जन्म लिया।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री यशस्वी और ऊर्जावान हैं और 6 अगस्त को निर्वाचित होने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उन्हें हरियाणा आगमन की शुरुआत इस स्थान से करने को कहा था, जिसके लिए वे उनके आभारी हैं। निर्वाचन के बाद देशभर के किसान आशीर्वाद देने आए। उसी दौरान सांसद विजेंद्र सिंह ने मुझे चौधरी छोटूराम की पांच पुस्तकें भेंट की, जो आज मेरे पुस्तकालय की सबसे अहम किताबें हैं। इन पुस्तकों से मुझे जीवन भर ऊर्जा और दिशा मिलती रहेगी। उन्होंने कहा कि चौधरी छोटूराम की कमी तो सरदार वल्लभ भाई पटेल ने भी महसूस की थी। अगर बदलाव लाना है तो चौधरी छोटूराम की बातों पर अमल करना होगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उपराष्ट्रपति का हरियाणा में प्रथम आगमन पर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पहले हरियाणा को कृषि प्रधान प्रदेश कहा जाता था। सरकार कोशिश कर रही है कि अब हरियाणा को कृषक प्रधान बनाया जाए। किसानों की आय कैसे बढ़े इसको लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हरियाणा हर क्षेत्र में आगे हैं। आबादी और क्षेत्र के हिसाब से हरियाणा देश का अग्रणी राज्य है उन्होंने कहा कि देश की जीडीपी के हिसाब से भी हरियाणा काफी आगे है। हरियाणा के खिलाड़ी दुनिया में अपना नाम कमा रहे हैं और सेना में भी हमारे प्रदेश की भागीदारी 10 प्रतिशत से अधिक है। इस मौके पर विभिन्न खाप प्रतिनिधियों ने उपराष्ट्रपति को शोल और भाईचारे का प्रतीक हुक्का देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति की धर्मनत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर, सांसद बिजेंद्र सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़, पूर्व मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर, पूर्व विधायक प्रेमलता, नगर निगम के मेयर मनमोहन गोयल आदि उपस्थित रहे।