चंडीगढ़ की पूर्व मेयर ने एडवाइजर से मिलकर उठाया मुद्दा, मिला शीघ्र राहत दिलाने का आश्वासन
CHANDIGARH, 21 AUGUST: चंडीगढ़ की पूर्व मेयर कमलेश बनारसीदास ने आज एक प्रतिनिधिमण्डल को लेकर प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल से मुलाकात की और उन्हें रामदरबार कालोनी, हलोमाजरा, मौलीजागरा, दड़वा, बहलाना, इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1/2 और आसपास के इलाकों में रहने वाले गरीबों की एक ज्वलंत समस्या से अवगत कराते हुए इसके तत्काल समाधान की मांग की।
श्रीमती कमलेश बनारसीदास ने एडवाइजर को बताया कि चण्डीगढ़ में शवों के दाह संस्कार का स्थान केवल सेक्टर-25 में ही नहीं, बल्कि हल्लोमाजरा में भी है, जो कि बहुत साफ-सुथरा और व्यवस्थित है लेकिन रामदरबार कालोनी, हलोमाजरा, मौलीजागरा, दडवा, बहलाना इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1/2 और आसपास के तमाम इलाकों के लोगों, जिनमें बड़ी संख्या में गरीब भी शामिल हैं, को अपने मृत परिजनों के दाह संस्कार के लिए सेक्टर-25 के श्मशान घाट पर ही जाना पड़ता है, क्योंकि हल्लोमाजरा के श्मशान घाट पर डेथ सर्टिफिकेट के लिए नगर निगम का रजिस्टर नहीं है। यह रजिस्टर केवल सेक्टर-25 के श्मशान घाट पर है।
पूर्व मेयर कमलेश बनारसीदास ने कहा कि हल्लोमाजरा के श्मशान घाट पर सिर्फ इस रजिस्टर के अभाव में गरीब आदमियों को सेक्टर-25 के श्मशान घाट तक पार्थिव शरीर ले जाने के लिए 2500 रुपए में ट्रक या वैन करनी पड़ती है। वहां पहुंचकर 3100 रुपए लकड़ी के, 2100 रुपए पूजा के, 1800 दाह संस्कार के यानी लगभग दस हजार रुपए खर्च करने पड़ते हैं। अगर नगर निगम हल्लोमाजरा के श्मशान घाट पर भी मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए रजिस्टर रखवा देता तो गरीबों को दाह संस्कार इतना महंगा नहीं पड़ता लेकिन नगर निगम और प्रशासन ने इस तरफ कभी ध्यान ही नहीं दिया।
कमलेश बनारसीदास ने कहा कि हल्लोमाजरा के श्मशान घाट पर दाह संस्कार का खर्चा केवल 1500 रुपए है और हल्लोमाजरा के लोग ही उसको चला रहे हैं। अगर वहां भी मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए एक रजिस्टर रख दिया जाए तो गरीबों की बहुत मदद हो पाएगी। एडवाइजर धर्मपाल ने इसके लिए नगर निगम को शीघ्र उचित कदम उठाने के निर्देश देने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मेयर कमलेश बनारसीदास के साथ सरोज शर्मा, हरि सिंह गोसाई, राम निवास, मनोज गर्ग, प्रिंस व हरिन्दर सिंह शामिल थे।