UP में खाली हो रहीं 10 सीटों के लिए इसी महीने होगा चुनाव, नई सूची में लोक गायिका मालिनी अवस्थी का भी नाम शामिल
CHANDIGARH, 8 FEBRUARY: उत्तर प्रदेश (UP) के राजनीतिक गलियारे से एक बड़ी खबर आ रही है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) कवि कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) को उत्तर प्रदेश से राज्यसभा में भेजने वाली है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीट खाली हो रही हैं। इन सीटों पर जल्द ही चुनाव होगा। भाजपा ने उत्तर प्रदेश से कुल 35 दावेदारों की सूची बनाकर पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व को भेजी है। भाजपा के संसदीय बोर्ड द्वारा 13 फरवरी तक अंतिम सूची जारी किए जाने की संभावना है। उत्तर प्रदेश की सूची में कवि कुमार विश्वास का नाम सबसे ऊपर बताया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा के कोटे से राज्यसभा सांसद अशोक वाजपेयी, अनिल जैन, अनिल अग्रवाल, श्रीमती कांता कर्दम, सकलदीप राजभर, जीबीएल नरसिम्हा, सुधांशु त्रिवेदी, हरनाथ सिंह यादव तथा विजयपाल तोमर का कार्यकाल खत्म हो रहा है। समाजवादी पार्टी के कोटे से फिल्म अभिनेत्री जया बच्चन का कार्यकाल भी खत्म हो रहा है। UP की इन सभी 10 राज्यसभा सीटों पर इसी महीने चुनाव होंगे। इस समय उत्तर प्रदेश की विधानसभा में 401 विधायक हैं। इन 401 विधायकों के वोट से 10 राज्यसभा सांसद चुने जांएगे। माना जा रहा है कि भाजपा कम से कम 8 राज्यसभा सीटें आसानी से जीत लेगी। दो सीटें समाजवादी पार्टी के खाते में जा सकती हैं।
विश्वसनीय सूत्रों ने बताया है कि भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई ने राज्यसभा के लिए जिन 35 दावेदारों की सूची पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व को भेजी है, उनमें कुमार विश्वास का नाम सबसे ऊपर है। कुमार विश्वास के एक निकटवर्ती सूत्र ने भी पुष्टि की है कि कुमार विश्वास ने भारतीय जनता पार्टी के कोटे से उत्तर प्रदेश से राज्यसभा में जाने पर सहमति दे दी है। हालांकि अब तक कुमार विश्वास किसी भी पार्टी में शामिल होने की बात से मना करते रहे हैं। कुमार विश्वास की टीम से पहली बार यह पुष्टि हुई है कि कुमार विश्वास जल्दी ही राज्यसभा में नजर आएंगे। सूची में कुमार विश्वास के साथ दूसरा बड़ा नाम लोक गायिका मालिनी अवस्थी का है। भाजपा में कुमार विश्वास व मालिनी अवस्थी के साथ सुधांशु त्रिवेदी को एक बार फिर उत्तर प्रदेश से राज्यसभा में भेजने की सहमति भी बन गई है।
आपको यह भी बता दें कि कुमार विश्वास ने अन्ना हजारे के आंदोलन के जरिए आम आदमी पार्टी का गठन कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आम आदमी पार्टी के गठन के समय से ही कुमार विश्वास राज्यसभा में जाना चाहते थे लेकिन अरविंद केजरीवाल ने उन्हें राज्यसभा भेजने से साफ मना कर दिया था।