CHANDIGARH: कोरोना की रोकथाम के लिए रामनवमी के मौके पर शहर में प्रशासन की तरफ से लगाए गए लॉकडाउन और वीकेंड लॉकडाउन का विरोध जोर पकड़ता जा रहा है। चंडीगढ़ व्यापार मंडल ने शहर में लॉकडाउन लगाए जाने पर एक बार फिर कड़ा ऐतराज जताते हुए इस मुद्दे पर वीरवार को विरोध की रणनीति तैयार करने का ऐलान किया है।
एक साल से मंदी से उबरने की कोशिश में लगे हैं व्यापारी
चंडीगढ़ व्यापार मंडल के अध्यक्ष चरनजीव सिंह और मुख्य प्रवक्ता दिवाकर साहूजा ने आज मीडिया को जारी एक बयान में कहा कि चंडीगढ़ व्यापार मंडल का एक प्रतिनिधिमंडल वीरवार को प्रशासन के उच्चाधिकारियों से मिलेगा और लॉकडाउन जैसे फैसले न करने की मांग करेगा, ताकि शहर में आगे लॉकडाउन न बढ़ाया जा सके। क्योंकि लॉकडाउन जैसा कदम एक साल से मंदी से उबरने की कोशिश में लगे व्यापारियों व शहर की अर्थव्यवस्था को पीछे धकेलने का ही काम करेगा। दोनों व्यापारी नेताओं ने कहा कि कोरोना की रोकथाम के नाम पर रामनवमी जैसे त्योहार पर शहर में लॉकडाउन लगाना बिल्कुल उचित नहीं है।
पिछले साल प्रशासन ने कोई आर्थिक राहत नहीं दी
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन जिस तरह लॉकडाउन से प्रभावित होने वाले वर्गों, खास तौर से व्यापारियों को विश्वास में लिए बिना शहर में लॉकडाउन थोप रहा है, वो बिल्कुल गलत है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन जैसे कदम को बिल्कुल अंतिम विकल्प के तौर पर प्रशासन को अपनाना चाहिए और इस तरह का फैसला लेने से पहले चंडीगढ़ व्यापार मंडल जैसे व्यापारी संगठनों के साथ सलाह-मशविरा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले साल के लॉकडाउन के दंश से छोटे-बड़े तमाम व्यापारी अभी तक नहीं उबर पाए हैं। प्रशासन ने उन्हें प्रॉपर्टी टैक्स, बिजली बिल, जीएसटी, लीज मनी, पानी के रेट, किराए आदि में कोई राहत नहीं दी। अब व्यापारी दोबारा लॉकडाउन झेलने की स्थिति में नहीं हैं।
वीरवार को होगी व्यापार मंडल की मीटिंग
चंडीगढ़ व्यापार मंडल के अध्यक्ष चरनजीव सिंह और मुख्य प्रवक्ता दिवाकर साहूजा ने कहा कि वीरवार को चंडीगढ़ व्यापार मंडल की बैठक बुलाई जा रही है। इसमें लॉकडाउन जैसे प्रशासन के कदम का विरोध करने के लिए रूपरेखा तैयार की जाएगी।