कहा- हर प्रकार की सरकारी देनदारियों को 6 महीने के लिए किया जाए निरस्त
CHANDIGARH: शहर के व्यापारी नेता व चंडीगढ़ उद्योग व्यापार मंडल के संयोजक कैलाश चंद जैन ने प्रशासक से शहर के व्यापारियों के लिए आर्थिक राहत दिए जाने की मांग की है।
प्रशासक वीपी सिंह बदनौर को लिखे पत्र में कैलाश जैन ने कहा है कि प्रशासक ने गत दिनों शहर के मालिकों को किरायेदारों से कम किराया लिए जाने की अपील की है, जिसका हम स्वागत करते हैं, लेकिन ऐसी राहत की शुरुआत प्रशासन अपनी तरफ से करे तो बहुत ही सराहनीय होगा । कैलाश जैन का कहना है कि कोरोना लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर व्यापारियों पर पड़ा है जिसकी वजह से उनकी रोजी-रोटी के भी लाले पड़ गए हैं। ऐसी हालत में अगर किसी व्यापारी की कोरोना महामारी की वजह से जान चली जाती है तो उसके परिवार पर पहाड़ टूट पड़ता है। ऐसे में प्रशासन को कोरोना से मरने वाले प्रत्येक व्यापारी के परिजनों को राज्य राष्ट्रीय आपदा प्रक्रिया कोष अथवा कोविड फंड में से दस लाख रुपए मुआवजा दिया जाना चाहिए।
कैलाश जैन का कहना है कि बेशक कोरोना से मरने वाला प्रत्येक व्यक्ति महत्वपूर्ण है लेकिन कुछ कैटेगरी में मृतकों के परिजनों को किसी न किसी स्कीम के तहत मुआवजा मिल जाता है, जबकि व्यापारी वर्ग ही एक ऐसा वर्ग है जिसे किसी कैटेगरी के तहत कोई मुआवजा नहीं मिलता, जबकि व्यापारी अलग-अलग टैक्सों के माध्यम से सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व देते हैं। इसलिए सरकार को भी व्यापारियों की चिंता करनी चाहिए और महामारी से मृत्यु होने की स्थिति में परिजनों को सहायता देकर उनके घाव पर मरहम लगाने का कार्य करना चाहिए।
इसके अलावा कैलाश जैन का यह भी कहना है कि कोरोना महामारी और मिनी लॉकडाउन की वजह से व्यापारियों का समय अनिश्चितता के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने मांग की है कि इसको ध्यान में रखते हुए कम से कम 6 महीने के समय को अनिश्चितता का दौर मानते हुए व्यापारियों की सभी प्रकार के सरकारी देनदारियों को निरस्त कर दिया जाना चाहिए, जिसके तहत सभी प्रकार के बैंक ऋण पर ब्याज, प्रॉपर्टी टैक्स, बिजली-पानी के बिलों में न्यूनतम चार्जेज, सरकारी लीज मनी, किराया आदि सभी प्रकार की देनदारियां 6 महीने के लिए माफ होनी चाहिए तथा सभी प्रकार की अंतिम तिथियों में छह माह की बढ़ोतरी की जानी चाहिए।