CHANDIGARH: हरियाणा सरकार द्वारा सुपर 100 नाम से शुरू की गई महत्वाकांक्षी योजना के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों ने इस बार इंजिनीयरिंग प्रवेश परीक्षा के प्रथम चरण के परिणामों में शानदार प्रदर्शन किया है। सुपर 100 के तहत प्रशिक्षण ले रहे विद्यार्थियों में से 53 विद्यार्थियों ने 80 प्रसेन्टाइल से ऊपर का स्कोर प्राप्त किया है।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने बताया कि हरियाणा के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा सुपर 100 के नाम से एक बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना आरम्भ की गई है। सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों का दाखिला आईआईटी /एनआईटी (IIT/NIT) में तथा मेडिकल कालेज या एम्स (AIIMS) में हो इसके लिए सरकार द्वारा दो स्थानों पर रेवाड़ी एवं पंचकूला में कोचिंग की व्यवस्था की गई है। यहां पर विद्यार्थी मेडिकल तथा नान-मेडिकल संकाय से जेईई/ नीट (JEE/NEET) की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं और सफलता के परचम लहरा रहे हैं।
इस वर्ष इस योजना के तहत 50 विद्यार्थी ‘सुपर 100’ रेवाड़ी और 71 विद्यार्थी ‘सुपर 100’ पंचकूला में प्रशिक्षण ग्रहण कर रहे हैं। इनके ठहरने, खाने-पीने, वर्दी, पुस्तकें, यातायात, स्टेशनरी, टैस्ट, परीक्षा फीस, स्कूली शिक्षा, बोर्ड परीक्षा इत्यादि का पूरा खर्च विभाग द्वारा वहन किया जाता है। प्रशिक्षण का पूरा खर्च प्रशिक्षण केन्द्रों द्वारा निशुल्क किया जा रहा है।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि 9 मार्च 2021 को जेईई मेन्स (JEE /MAINS) की परीक्षा के परिणाम आए, जिसमें इन विद्यार्थियों ने फिर सफलता के नए आयाम स्थापित किए और फिर असंभव को संभव बना दिया। इस बार 3 ने 99 प्रसेन्टाइल से अधिक स्कोर प्राप्त किए हैं, 10 विद्यार्थियों द्वारा 95 प्रसेन्टाइल से अधिक, 9 विद्यार्थियों द्वारा 90 प्रसेन्टाइल से अधिक स्कोर प्राप्त किये हैं तथा 34 विद्यार्थी 80 प्रसेन्टाइल स्कोर से ऊपर रहे। तीनों केन्द्रों में कुल 109 विद्यार्थी इस परीक्षा में बैठे जिसमें उच्चतम प्रसेन्टाइल 99.72 रहा तथा 53 विद्यार्थियों ने 80 प्रसेन्टाइल से ऊपर का स्कोर प्राप्त किया।
पूरे भारत में किसी भी राज्य के सरकारी विद्यालयों का अथवा सरकारी प्रशिक्षण केन्द्र का यह सबसे शानदार और रिकार्ड परिणाम रहा। गत वर्ष भी यह परिणाम बहुत शानदार था। कंवरपाल ने बताया कि कोविड-19 की महामारी के दौरान विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हुई। लगभग 7 महीने कोचिंग बन्द रही। केवल ऑनलाइन माध्यम से ही विद्यार्थियों को जोड़े रखा गया। केवल चार महीनों की कक्षाओं के बल पर ही यह परिणाम आया है।
‘सुपर 100’ में पढऩे वाले ये सभी विद्यार्थी अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग से सम्बन्धित हैं। इनकी दसवीं कक्षा तक की नींव केवल सरकारी विद्यालयों के अध्यापकों द्वारा ही बनाई गई। ये विद्यार्थी जो किसी मजदूर, किसान, दिहाड़ीदार, छोटे दुकानदार और कमेरे वर्ग के परिवारों से आते हैं। इन्होंने इस मुकाम को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की तथा ये सभी अपने गाँव/वार्ड/कस्बे के इस वर्ग के अन्य विद्यार्थियों के लिए आज रोल मॉडल बन गए हैं। प्रदेश के हिन्दी माध्यम से पढऩे वाले ये विद्यार्थी जो अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों से हैं, इन्होंनें अंग्रेजी माध्यम के उन विद्यालयों के विद्यार्थियों को सीधी चुनौती दी है जिसमें साधन सम्पन्न माता-पिता हर सुविधा उपलब्ध करवाते हैं।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि बिहार में चल रहे सुपर 30 की तर्ज पर चलाया गया सुपर 100 कार्यक्रम स्कूली शिक्षा विभाग का स्वर्ण पदक है जो माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल जी के कुशल मार्गदर्शन में प्राप्त किया गया है।
JEE (MAINS) के प्रथम चरण (फरवरी, 2021) के परिणाम का संक्षिप्त विवरण
कुल विद्यार्थी 109
उच्चतम प्रसेन्टाइल स्कोर 99.72
क्रमांक प्रसेन्टाइल स्कोर विद्यार्थियों की संख्या
1. 99 से अधिक 03
2. 95 से 98.9 के मध्य 11
3. 90 से 94.9 के मध्य 13
4. 80 से 89.9 के मध्य 26
कुल विद्यार्थी 53