JAMMU & KASHMIR: इन दिनों कश्मीर की वादियों में ट्यूलिप के खूबसूरत पौधों के रंग और प्रकार देखने को मिल रहे हैं। कश्मीर में ट्यूलिप गार्डन खुलने से पर्यटकों का बड़ी संख्या में आना जारी है। एक तरफ बर्फ से ढकी चोटियां तो दूसरी तरफ रंग बिरंगी ट्यूलिप की क्यारियां कश्मीर में इन दिलकश नजारों की झलकियां ट्यूलिप गार्डन में देखने को मिल रही हैं।
सैलानियों को खूब पसंद आ रहा ट्यूलिप गार्डन, एंट्री भी निशुल्क
जम्मू-कश्मीर की उधमपुर जिले की प्राकृतिक वादियों के बीच में बसा ट्यूलिप गार्डन इन दिनों स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। ट्यूलिप गार्डन में खिलने वाले रंग बिरंगे फूलों की सुंदरता सैलानियों को खूब पसंद आ रही है। पर्यटकों का कहना है कि वे मिठाई लेना तो भूल सकते हैं लेकिन ट्यूलिप गार्डन की सुंदरता का दीदार किए बिना नहीं रह सकते।
गार्डन को सुंदर बनाने के लिए फ्लड लाइट्स की व्यवस्था
गार्डन को सुंदर बनाने के लिए फ्लड लाइट्स की व्यवस्था की गई है। पर्यटकों के लिए खास बात यह है कि गार्डन में जाने के लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं है। साथ ही गार्डन में एंट्री भी निशुल्क है। ट्यूलिप वसंत ऋतु में खिलने वाला एक पौधा है। मनमोहक, विशुद्ध और मिश्रित लाल, सुनहरे और बैंगनी रंगों में इन फूलों का रूप रंग दर्शकों को मोहित कर लेता है।
नवंबर महीने के आखिर में लगाए गए थे ट्यूलिप
फ्लोरिकल्चर विभाग फारूख अहमद राथर बताते हैं कि हमने यहां ट्युलिप नवंबर महीने के आखिर में लगाए हैं। इन्हें लगाने में काफी मेहनत करनी पड़ती है। ट्यूलिप गार्डन के कर्मचारी मुनीर अहमद कहते हैं कि जो पर्यटक ट्यूलिप के दीदार के लिए कश्मीर के बाग तक नहीं पहुंच सकते वो यहां कुद, पटनीटॉप में आएं और यहां आकर कुदरत का खूबसूरत नजारा लें।
15 से 20 फरवरी के बीच खिलना शुरू हुए ट्यूलिप
इन ट्यूलिप को पिछले साल लगाया गया था और 15 से 20 फरवरी के बीच ये खिलना शुरू हो गए थे। सैलानियों को लुभाने के लिए इस बार ट्यूलिप के 2 लाख बल्ब लगाए गए हैं ताकि शाम ढलने के बाद भी काफी देर तक पर्यटक इन खूबसूरत नजारों का लुत्फ उठा सकें। वहीं पर्यटन मंत्रालय से फ्लोरी कल्चर विभाग ने और अधिक जमीन की मांग की है जिससे ट्यूलिप गार्डन का और अधिक विस्तार किया जा सके।
सिराजबाग के नाम से भी जाना जाता है उधमपुर के ट्यूलिप गार्डन को
उधमपुर के ट्यूलिप गार्डन को पहले सिराजबाग के नाम से भी जाना जाता था। यह बाग जबरवन पहाड़ियों के दामन में मुगल बाग चश्माशाही के नजदीक स्थित है। पर्यटकों और स्थानीय लोगों में प्रसिद्ध इस बाग में लाखों ट्यूलिप के फूल खिलते हैं। ~(PBNS)