आरक्षण में ‘क्रीमीलेयर’ शब्द पर पुनर्विचार करना जरूरीः विजय सांपला

चंडीगढ़ में ‘आरक्षण, वर्गीकरण और भाईचारा’ विषय पर विचार गोष्ठी का किया गया आयोजन

CHANDIGARH, 13 OCTOBER: डाक्टर अंबेडकर भवन सैकटर-37 चंडीगढ़ में आज आरक्षण, वर्गीकरण और भाईचारे के विषय पर एक विचार गोष्ठी का अयोजन किया गया। इसमें राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग भारत सरकार के पूर्व चेयरमैन विजय सांपला, उतर प्रदेश सरकार के पूर्व राज्य मंत्री एडवोकेट विनोद तेज्यान, पंजाब पुलिस के कमाडेंट सरदार जसकरण सिंह, आल इंडिया अंबेडकर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. राकेश बहादुर, पंजाब के पूर्व विधायक सरदार इंदर इकबाल सिंह अटवाल मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल हुए।

इस अवसर पर विजय सापला ने कहा कि वर्तमान आरक्षण में क्रीमीलेयर शब्द पर पुनर्विचार करना जरूरी है, क्योंकि अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग से जिन लोगों ने उन्नति की है उनके खिलाफ भी अभी तक जातिगत नफरत जारी है। किसी न किसी तौर पर उनका उत्पीड़न हो रहा है। पूर्व विधायक इंदर इकबाल सिंह अटवाल ने भी इस कथन का समर्थन किया।

गोष्ठी में सभी वक्ताओं ने एक मत से कहा कि आरक्षण बचाना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए तथा आरक्षण में वर्गीकरण का फैसला राज्य सरकारों का विषय है, इस पर राज्य सरकारें विचार करें लेकिन इसे लेकर आपसी भाईचारा खत्म नहीं होना चाहिए। दलित समाज में एकता व सद्भावना का संदेश जाना चाहिए। अंबेडकरवादी एकता की ओर से आयोजित इस गोष्ठी मे समाजसेवी देवेंद्र सिंह, सुदेश खुरचा एडवोकेट, भगत राज तिसावर, दलित नेता नरेंद्र चौधरी व जसपाल सिंह ने अहम भूमिका निभाई।

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